जम्मू, 14 फरवरी . जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने गुरुवार को पाकिस्तान के लिए रास्ते खोलने की वकालत की. भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना ने उनके बयान की निंदा करते हुए उनसे माफी की मांग की है.
रविंद्र रैना ने समाचार एजेंसी से कहा कि जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने “बेहद गैर-जिम्मेदाराना” बयान दिया है. जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद पाकिस्तान प्रायोजित है, जो पिछले 35 साल से यहां पनप रहा है. पाकिस्तान प्रायोजित इस आतंकवाद के कारण जम्मू-कश्मीर को नुकसान उठाना पड़ा है, यहां पाकिस्तान और इस्लामाबाद के आतंकवादियों और अलगाववादियों के इशारे पर बम, बंदूकें और गोलियां फैलाई गईं. इसे महबूबा मुफ्ती अच्छी तरह से जानती हैं. उनके इस बयान में भी साजिश है. वह जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रही हैं. जम्मू-कश्मीर के अंदर अमन, शांति हमारी प्राथमिकता है.
रैना ने आगे कहा, “पिछले 10 साल से पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर की शांति के लिए बहुत काम किए हैं. उनकी कोशिशों का नतीजा है कि आज यहां के लोग खुशहाली के रास्तों पर आगे बढ़ रहे हैं. मुफ्ती ने आतंकी हमले को हमेशा एक राजनीतिक हथकंडा बनाया है. वह फिर इस पर प्रपंच रच रही हैं. उन्हें अपने इस गलत बयानबाजी के लिए माफी मांगनी चाहिए. वह झूठा प्रोपेगेंडा फैलाने का काम कर रही हैं.”
इससे पहले महबूबा मुफ्ती ने गुरुवार को जम्मू में पार्टी मुख्यालय में अपनी पीडीपी के सदस्यता अभियान की शुरुआत की और पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए 11 फरवरी को अखनूर सेक्टर में हुए इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) विस्फोट के बारे में बात की थी. इसमें सेना के एक कैप्टन और एक जवान की मौत हो गई थी. इस दौरान उन्होंने अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बारे में बात की और पाकिस्तान के लिए मार्ग खोलने की वकालत की.
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एससीएच/एकेजे