डोडा, 20 दिसंबर . जम्मू-कश्मीर के डोडा में राष्ट्रीय क्षय रोग (टीबी) उन्मूलन कार्यक्रम के तहत पहली बार वयस्क बैसिल कैलमेट-गुएरिन (बीसीजी) टीकाकरण अभियान शुरू किया.
डोडा कमिश्नर हरविंदर सिंह ने शुक्रवार को एसोसिएट हॉस्पिटल, गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) के ओपीडी कॉम्प्लेक्स में वयस्क बीसीजी टीकाकरण पहल की शुरुआत की. क्षय रोग (टीबी) को खत्म करने की दिशा में इसको एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है.
डोडा के डिप्टी कमिश्नर हरविंदर सिंह ने बताया कि पूरे देश में इसको लेकर अभियान चलाया जा रहा है. सभी जानते हैं कि पैदा होते ही बच्चों को टीबी की वैक्सीन लगाई जाती है. वहीं अब हमारे सीनियर सिटीजन को वैक्सीन लगाकर टीबी से मुक्त करने का प्रयास किया जा रहा है. यह वैक्सीन अभी ट्रायल के तौर लगाए जा रहे हैं, जिनको वैक्सीन लग रही है, उनको तीन साल तक देखा जाएगा कि उन्हें कोई परेशानी तो नहीं हो रही है. जब ट्रायल फेज सफल हो जाएगा, तो सबको इसके तहत कवर किया जाएगा.
उन्होंने बताया, डोडा जिले में लगभग 300 टीबी रोगी उपचाराधीन हैं. यह जम्मू और कश्मीर यूटी का पहला जिला है, जहां बीसीजी टीकाकरण किया जा रहा है. यह ऐतिहासिक पहल डोडा जिले में पहला वयस्क बीसीजी टीकाकरण अभियान है, जिसका लक्ष्य टीबी रोगियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना और टीबी उन्मूलन प्रयासों में तेजी लाना है. वयस्क बीसीजी टीकाकरण अभियान से टीबी रोगियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होने से महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ने की उम्मीद है, इससे बीमारी का प्रसार और गंभीरता कम होगी.
लाभार्थी दौलत राम ने इस पहल को बहुत अच्छा बताया. उन्होंने कहा, इससे लोगों को बहुत सहूलियत मिलेगी. सरकार की स्कीम बहुत ही अच्छी है, इससे सभी को फायदा होगा. उन्होंने बीसीजी वैक्सीन के लिए सरकार का आभार जताया.
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