एडीजीपी आलोक कुमार ने सड़क दुर्घटना रोकने के लिए तैयार किया पूरा खाका, लोगों से की ये खास अपील

हुबली, 28 अगस्त . सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए कर्नाटक पुलिस ने पूरा खाका तैयार कर लिया है, जिसे जमीन पर उतारे जाने की कवायद शुरू हो चुकी है. इस संबंध में आज बैठक भी हुई, जिसमें सभी पहलुओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई.

इस संबंध में यातायात एवं कानून व्यवस्था विभाग के एडीजीपी आलोक कुमार ने प्रेसवार्ता की.

उन्होंने बताया, “महानगरों में सड़क दुर्घटनाएं कम हो रही हैं. लेकिन, हमें इसे न्यूनतम स्तर पर लेकर जाना है, ताकि लोगों को सड़क पर सुरक्षित माहौल मिल सके.”

उन्होंने बताया, “हमें इस संबंध में कई शिकायतें मिल चुकी है कि कुछ लोग शराब पीकर ड्राइव करते हैं. ऐसा करके वो दुर्घटनाओं को बढ़ावा दे रहे हैं, जिस पर अंकुश लगाने की आवश्यकता है. इस संबंध में हमने वाहन चालकों को दिशानिर्देश भी जारी किए हैं.”

उन्होंने आगे कहा, “बीते दिनों पुलिस अधिकारियों ने हमें सुझाव दिया था कि सोशल मीडिया पर भी हम लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति सचेत कर सकते हैं. हम लोगों से सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करने के प्रति गंभीरता बरतने की अपील कर सकते हैं, क्योंकि आज की तारीख में बड़ी संख्या में लोग सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं, तो ऐसे में अगर हम इस मंच का इस्तेमाल लोगों को सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूक करने के लिए करें, तो ज्यादा उचित रहेगा.”

उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि सड़क से संबंधित किसी भी काम को करने के लिए पुलिस अधिकारियों से भी सुझाव लेना चाहिए, क्योंकि वो पेट्रोलिंग के दौरान अधिकांश समय सड़क पर बिताते हैं. उन्हें मौजूदा परिस्थिति के बारे में ज्यादा बेहतर पता होगा, तो ऐसी स्थिति में अगर हम उनके सुझाव पर जोर दें, तो मेरे ख्याल से यह बेहतर कदम होगा.”

इसके अलावा, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मुझे यह कहते हुए निराशा हो रही है कि कई जगहों पर सड़क दुर्घटना को लेकर लोगों ने पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए हैं. मुझे लगता है कि पुलिस को भी अपनी भूमिका को दुरुस्त करने की जरूरत है. अगर पुलिस अपनी भूमिका को लेकर गंभीर रहेगी, तो सड़क दुर्घटना अपने न्यूनतम स्तर पर पहुंचेगी.

इसके साथ ही उन्होंने सड़क दुर्घटना के संबंध में देशभर के आंकड़ों का हवाला दिया. उन्होंने बताया कि 2022-23 में 1 लाख 23 हजार लोग सड़क दुर्घटना का शिकार होकर अपनी जान गंवा चुके हैं. जिस पर अंकुश लगाने की आवश्यकता है और इसके लिए जरूरी है कि इससे संबंधित अधिकारी गंभीरतापूर्वक काम करें. जिस तरह से पुलिस के रवैये को लेकर अपनी शिकायत कर रहे हैं, वह निंदनीय है. मैं इस बात पर जोर देना चाहूंगा कि पुलिस को अपनी कार्यशैली बदलनी होगी, तभी जाकर यात्रियों को सड़क पर सुरक्षित माहौल मिलेगा. उन्होंने बताया कि दुर्घटना के संबंधित इन आंकड़ों के लिए कोई इकलौता शख्स नहीं, बल्कि पूरा देश जिम्मेदार है, लिहाजा हम सभी को निष्ठापूर्वक अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करना होगा.

एसएचके/जीकेटी