नई दिल्ली, 30 अगस्त . देश में 2024 की पहली छमाही में रूफटॉप सोलर क्षमता में 1.1 गीगावाट का इजाफा हुआ. यह पिछले साल समान तिमाही में लगाई गई अतिरिक्त क्षमता 873 मेगावाट से 26 प्रतिशत ज्यादा है. एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई.
मेरकॉम इंडिया की ओर से जारी की गई रिपोर्ट में बताया गया कि रूफटॉप सोलर क्षमता में 1.1 गीगावाट का विस्तार होना किसी भी छमाही में नई कैपेसिटी लगने का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है. ‘पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना’ के तहत रेसिडेंशियल रूफटॉप सोलर इन्सटॉलेशन क्षमता का काफी विस्तार हुआ है.
रिपोर्ट में आगे बताया गया कि 2024 की दूसरी तिमाही (अप्रैल से जून के बीच) देश में 731 मेगावाट की अतिरिक्त रूफटॉप सोलर क्षमता लगी है, जो पिछले साल समान अवधि के आंकड़े 388 मेगावाट से 89 प्रतिशत ज्यादा है.
मेरकॉम इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर प्रियदर्शिनी संजय ने कहा कि हमेशा से कमर्शियल और इंडस्ट्रियल के मुकाबले रेजिडेंशियल सेक्टर में रूफटॉप सोलर इन्सटॉलेशन काफी कम रहा है, लेकिन पिछली तिमाही में इसमें करीब 10 गुना की बढ़ोतरी देखने को मिली है.
आगे कहा कि इसके साथ ही अतिरिक्त क्षमता विस्तार में भी 99 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. बीते तिमाही में हुए सोलर इन्सटॉलेशन में रूफटॉप सोलर की हिस्सेदारी 15 प्रतिशत थी.
पिछले तिमाही में गुजरात, महाराष्ट्र, केरल, उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु ने रूफटॉप सोलर क्षमता विस्तार में आगे रहे हैं. इनकी कुछ इन्सटॉलेशन में हिस्सेदारी 81 प्रतिशत से अधिक थी.
रिपोर्ट में बताया गया कि भारत की कुल रूफटॉप सोलर क्षमता जून तक बढ़कर 11.6 गीगावाट हो गई है. शीर्ष 10 राज्यों की देश की कुल रूफटॉप सोलर क्षमता में हिस्सेदारी 78 प्रतिशत है.
2024 की पहली छमाही में भारत में 15 गीगावाट की अतिरिक्त सोलर क्षमता लगाई गई है. इसमें सालाना आधार पर 282 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. जून 2024 तक देश में 87.2 गीगावाट की सोलर क्षमता लगाई जा चुकी है.
सरकार कार्बन उत्सर्जन कम करने के लिए स्वच्छ ऊर्जा पर जोर दे रही है. सरकार का लक्ष्य 2030 तक 500 गीगावाट की रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता विकसित करना है.
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एबीएस/केआर