कोलकाता, 24 मार्च . पश्चिम बंगाल में जल्द ही केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) कर्मियों की अतिरिक्त चुनाव पूर्व तैनाती देखी जाएगी. इस माह के अंत तक केंद्रीय बलों की 27 और कंपनियां मौजूदा तैनाती में जुड़ जाएंगी. पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) कार्यालय के अंदरूनी सूत्रों ने यह जानकारी दी.
राज्य के विभिन्न हिस्सों में सीएपीएफ की 150 कंपनियां पहले ही तैनात की जा चुकी हैं. अब 27 और कंपनियों की तैनाती के बाद यह संख्या बढ़कर 177 पर पहुंच जाएगी.
सीईओ कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि इन 27 कंपनियों में 15 केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की, सात केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की और पांच सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की होंगी.
निर्वाचन आयोग ने आगामी लोकसभा चुनावों में पश्चिम बंगाल में सीएपीएफ की 920 कंपनियां तैनात करने की बात कही है. यह जम्मू-कश्मीर समेत किसी भी अन्य राज्य या केंद्रशासित प्रदेश से अधिक है.
आयोग ने चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले ही राज्य में केंद्रीय बलों की तैनाती शुरू कर दी थी.
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने इस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए दावा किया है कि केंद्रीय बलों के बड़ी संख्या में शिक्षण संस्थानों में ठहरने से बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का काफी नुकसान हो रहा है.
तैनाती के बाद केंद्रीय सशस्त्र बलों ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में मतदाताओं में सुरक्षा का भाव पैदा करने के लिए रूट मार्च शुरू कर दिया है. कथित तौर पर वे लोगों से बात कर रहे हैं और किसी तरह की धमकी की स्थिति में पूर्ण सहयोग का वादा कर रहे हैं.
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एकेजे/