अदाणी समूह के विझिनजाम बंदरगाह को शुक्रवार को मिलेगी पहली मदर शिप, स्वागत की तैयारी

तिरुवनंतपुरम, 9 जुलाई . कोवलम समुद्र तट के पास स्थित अदाणी समूह के ट्रांस-शिपमेंट विझिनजाम बंदरगाह को शुक्रवार सुबह 10 बजे अपनी पहली मदर शिप मिलेगी. इस दौरान बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहेंगे. यह जानकारी केरल के मंत्री वी.एन. वासवन ने मंगलवार को दी.

वासवन ने कहा कि यह राज्य के लिए एक ऐतिहासिक दिन होने जा रहा है. बंदरगाह का पहला चरण तैयार हो गया है.

इस अवसर पर केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और अदाणी पोर्ट्स एंड एसईजेड लिमिटेड (एपीएसईजेड) के प्रबंध निदेशक करण अदाणी मौजूद रहेंगे.

वासवन ने कहा, “यह देश का सबसे बड़ा और दुनिया में छठवां या सातवां बड़ा बंदरगाह होगा. फिलहाल 3,000 मीटर लंबा ब्रेकवाटर और 800 मीटर लंबा कंटेनर बर्थ तैयार है. इसके लिए 32 क्रेन की जरूरत है और एक को छोड़कर सभी आ गई हैं. कनेक्टिविटी के लिए 1.7 किलोमीटर लंबा एप्रोच रोड लगभग पूरा हो चुका है, जबकि ऑफिस बिल्डिंग, सुरक्षा क्षेत्र और बिजली की लाइनें भी तैयार हैं.”

उन्होंने कहा, “पहला मदर शिप करीब दो हजार कंटेनर लेकर आ रहा है. उसके बाद कार्गो के साथ छोटे जहाज भी आएंगे.”

यह बंदरगाह देश का पहला अर्ध-स्वचालित कंटेनर टर्मिनल है और यह हाइड्रोजन और अमोनिया जैसे स्वच्छ और हरित ईंधन की आपूर्ति करने वाला वैश्विक बंकरिंग हब भी होगा. बंदरगाह में पूर्ण वाणिज्यिक परिचालन कुछ महीनों में शुरू होने वाला है.

वासवन ने यह भी कहा कि परियोजना का दूसरा और तीसरा चरण 2028 में पूरा करने की योजना है. यह दुनिया के सबसे हरित बंदरगाहों में से एक होगा. यह बंदरगाह रणनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह यूरोप, फारस की खाड़ी और सुदूर पूर्व को जोड़ने वाले अंतर्राष्ट्रीय शिपिंग मार्ग से सिर्फ 10 समुद्री मील की दूरी पर है.

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