मुंबई, 22 दिसंबर . राज्यसभा के पूर्व सदस्य और शिवसेना नेता संजय निरुपम ने रविवार को कहा कि ‘धारावी पुनर्विकास परियोजना’ पर अदाणी समूह को लेकर बॉम्बे हाईकोर्ट का फैसला कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) पर तमाचा है. ‘अदाणी ग्रुप’ के अंदर इतनी ताकत और क्षमता है कि वो ‘धारावी पुनर्विकास परियोजना’ को पूरा कर सकते हैं.
दरअसल, बॉम्बे हाई कोर्ट ने मुंबई में ‘धारावी पुनर्विकास परियोजना’ के लिए महाराष्ट्र सरकार द्वारा अदाणी समूह को टेंडर दिए जाने के फैसले को बरकरार रखा है और इस फैसले में कुछ अनुचित और गड़बड़ी नहीं होने की बात कही है.
रविवार को से बात करते हुए शिवसेना नेता संजय निरुपम ने कहा, “हाईकोर्ट का फैसला कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) के नेताओं पर एक जोरदार तमाचा है. दोनों पार्टियां सालों से आंदोलन चला रखी हैं और आरोप लगाती रही हैं कि सरकार ने अनियमितता बरतते और पक्षपात करते हुए अदाणी ग्रुप को धारावी पुनर्विकास का प्रोजेक्ट दिया है. लेकिन हाईकोर्ट के फैसले से अब यह स्पष्ट हो गया है कि इसमें कुछ भी गैरकानूनी या अनियमितता नहीं है.”
निरुपम ने आगे कहा, कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) को समझना होगा कि धारावी मुंबई के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण आवासीय क्षेत्र है. यहां हजारों झोपड़पट्टियां हैं और लोग वहां पर खराब जिंदगी जीने को मजबूर हैं, उनको एक अच्छा जीवन देने का प्रयास हो रहा है.
धारावी पुनर्विकास परियोजना का 20 सालों से प्लान हो रहा था, लेकिन आज तक कोई भी सरकार कामयाब नहीं हो पाई. आज की सरकार इसमें कामयाब हुई है. अदाणी ग्रुप ने इस परियोजना में रूचि दिखाई है और वो इसको कर सकते हैं, उनमें इतनी ताकत और क्षमता है. ऐसे में कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) का विरोध, धारावी के लोगों के खिलाफ है. अब यह अभियान खत्म होना चाहिए और धारावी पुनर्विकास परियोजना पूरा होना चाहिए, जिससे वहां के लोगों को अच्छा जीवन मिल सके.
–
एससीएच/