अहमदाबाद, 16 मार्च . देश की सबसे बड़ी रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी अदाणी ग्रीन एनर्जी ने रविवार को कहा कि वह वित्त वर्ष 2025-26 में ‘नेट वाटर पॉजिटिव’ होने के लिए प्रतिबद्ध है. इसके लिए कंपनी साफ पानी की अपनी खपत को घटाएगी और पानी के पुनर्चक्रण पर जोर देगी.
कंपनी वित्त वर्ष 2022-23 में ही 200 मेगावाट से अधिक क्षमता वाले परिचालन स्थानों पर पहले ही ‘नेट वाटर पॉजिटिव’ बन चुकी है और उसका लक्ष्य सभी आगामी प्रोजेक्ट्स पर सौर मॉड्यूल की सफाई के लिए मीठे पानी का उपयोग बंद करने के लिए रोबोटिक सफाई को लागू करना है.
नवीकरणीय ऊर्जा सेक्टर में सौर पैनल रखरखाव जैसे कार्यों के लिए पानी की काफी आवश्यकता होती है.
12.5 गीगावाट से अधिक परिचालन परिसंपत्तियों वाली देश की सबसे बड़ी नवीकरणीय ऊर्जा कंपनी अदाणी ग्रीन एनर्जी जल प्रबंधन में अग्रणी है.
वाटर सस्टेनेबिलिटी प्राप्त करने के लक्ष्य को साकार करने के लिए कंपनी के रोडमैप में वर्षा जल संचयन, जल संरक्षण और सामुदायिक भागीदारी जैसी कई रणनीतिक पहल शामिल हैं.
कंपनी ने कहा कि वह पानी के उपयोग में काफी तेजी से कमी लाई है और जल संकट से जूझ रहे खावड़ा, जैसलमेर और कच्छ जैसे क्षेत्रों में जल संसाधनों को पुनः जीवंत करने में योगदान दिया है.
पिछले वर्ष कंपनी ने रोबोटिक सफाई के माध्यम से 3,47,310 किलोलीटर पानी की बचत की, जो 15.8 लाख घरों की जल खपत के बराबर है.
अदाणी ग्रीन एनर्जी अपनी कुल परिचालन क्षमता में से लगभग 43.5 प्रतिशत फोटोवोल्टिक (पीवी) मॉड्यूल की सफाई के लिए रोबोटिक टेक्नोलॉजी को सफलतापूर्वक लागू कर चुका है.
पीने के पानी की आवश्यकताओं को पूरा करने के साथ प्लास्टिक की बोतलबंद पानी के उपयोग को खत्म करने के लिए अदाणी ग्रुप की कंपनी ने एक ऐसी ग्रीन टेक्नोलॉजी लागू की है जो हवा में नमी से पानी इकट्ठा करती है.
यह इनोवेटिव सॉल्यूशन ताजा, स्वच्छ और साफ पेयजल उपलब्ध कराता है जो अंतर्राष्ट्रीय जल सुरक्षा मानकों के अनुरूप है. साथ ही प्लास्टिक के उपयोग को समाप्त करता है और कार्बन उत्सर्जन को कम करता है.
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एबीएस/एकेजे