पब्लिक एनसीडी के जरिए अदाणी एंटरप्राइजेज जुटाएगी 800 करोड़ रुपये, 4 सितंबर से खुलेगा इश्यू

अहमदाबाद, 29 अगस्त . अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) की ओर से गुरुवार को पहले पब्लिक नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर्स (एनसीडी) का ऐलान किया गया है. कंपनी की योजना इसके जरिए 800 करोड़ रुपये की पूंजी जुटाना है.

इस ऑफर के तहत 80,00,000 सुरक्षित, लिस्टेड और रिडीमेबल एनसीडी पेश किए जाएंगे. इनकी फेस वैल्यू 1,000 रुपये प्रति एनसीडी होगी. इस इश्यू का बेस साइज 400 करोड़ रुपये का है. साथ ही इसमें 400 करोड़ रुपये का ग्रीन-शू ऑप्शन दिया गया है. इसके कारण इस इश्यू का कुल आकार 800 करोड़ रुपये है.

अदाणी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी ने बताया कि यह इश्यू 4 सितंबर को खुलेगा और 17 सितंबर को बंद होगा. इस इश्यू को जल्दी बंद करने और समय अवधि आगे बढ़ाने का भी विकल्प रखा गया है.

एनसीडी में आवेदक को न्यूनतम 10,000 रुपये का निवेश करना होगा. इसके बाद 1,000 के गुणज में निवेश कर सकते हैं. इस एनसीडी पर 9.90 प्रतिवर्ष का ब्याज दिया जाएगा और इनकी लिस्टिंग बीएसई और एनएसई पर होगी.

कंपनी की ओर से कहा गया है कि इस इश्यू से प्राप्त राशि का (कम से कम 75 प्रतिशत) भुगतान कंपनी द्वारा मौजूदा कर्ज के पूर्ण या आंशिक पुनर्भुगतान के लिए किया जाएगा. वहीं, बाकी राशि (अधिकतम 25 प्रतिशत) का इस्तेमाल सिक्योरिटीज और एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) के नियमों के अनुपालन को पूरा करने के लिए जनरल कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा.

इन एनसीडी की आठ सीरीज होंगी. इनकी मैच्योरिटी अवधि 24 महीने, 36 महीने और 60 महीने होगी, जिसमें निवेशक ब्याज का भुगतान प्राप्त करने के लिए तिमाही, संचयी और वार्षिक तीन विकल्प दिए गए हैं.

अदाणी ग्रुप के मुख्य वित्तीय अधिकारी जुगेशिंदर सिंह ने कहा कि बिजनेस का आधार मॉडल समान ही रहेगा और मुख्य फोकस रिन्यूएबल एनर्जी पर होगा.

केयर रेटिंग्स की ओर से प्रस्तावित एनसीडी को “केयर ए+: पॉजिटिव” (ए प्लस का मतलब सकारात्मक है.)

बाजार पूंजीकरण के हिसाब से एईएल भारत की सबसे बड़ी बिजनेस इनक्यूबेटर है. कंपनी के पोर्टफोलियो में सोलर और विंड मैन्युफैक्चरिंग, रोड और एयरपोर्ट जैसे उभरते हुए बिजनेस हैं. वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में अदाणी पोर्टफोलियो का मुनाफा सालाना आधार पर 50.1 प्रतिशत बढ़कर 10,279 करोड़ रुपये हो गया. वहीं, इस दौरान ईबीआईटीडीए सालाना आधार पर 32.9 प्रतिशत बढ़कर 22,570 करोड़ रुपये हो गया है.

एबीएस/