मुंबई, 18 दिसंबर . अदाणी इलेक्ट्रिसिटी ने बुधवार को कहा कि कंपनी ने इस साल अप्रैल से सितंबर की अवधि में बिजली चोरी के खिलाफ 622 एफआईआर दर्ज कराई हैं, जिनकी संख्या पिछले साल समान अवधि में 439 थी. इससे नुकसान को कम करने में मदद मिली है.
अदाणी ग्रुप की कंपनी ने कहा कि इस एक्शन से कंपनी का एग्रीगेट टेक्निकल एंड कमर्शियल (एटीएंडसी) नुकसान 0.7 प्रतिशत कम होकर 4.56 प्रतिशत रह गया है, जो छह महीने पहले 5.26 प्रतिशत था.
एटीएंडसी में इस कमी को हासिल करने के लिए अदाणी इलेक्ट्रिसिटी द्वारा सतर्क प्रयासों को और तेज किया गया है. कंपनी ने बड़े नुकसान वाले क्षेत्रों में 18,255 सामूहिक छापे मारे, जो पिछले साल इसी अवधि के दौरान किए गए 11,408 छापों से अधिक है.
अदाणी इलेक्ट्रिसिटी के बताया कि इसके परिणामस्वरूप कुल 5,475 चोरी के मामले दर्ज किए गए, जबकि पिछले साल समान अवधि में 3,757 मामले दर्ज किए गए थे.
सतर्कता दल ने भारी मात्रा में अवैध सामग्री भी बरामद की है, जिसमें 32.9 टन अवैध तार शामिल है. चोरी की गई बिजली का मूल्य 24.65 करोड़ रुपये (13.06 मिलियन यूनिट के आधार पर) आंका गया है.
कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि बिजली चोरी से ईमानदार भुगतान करने वाले उपभोक्ताओं पर बोझ बढ़ता है. अदाणी इलेक्ट्रिसिटी इस खतरे को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है. ऐसी गैरकानूनी गतिविधियों का मुकाबला करके, हम अपने ग्राहकों के हितों की रक्षा करते हैं. हम एटीएंडसी घाटे को और कम करने के लिए विशिष्ट क्षेत्रों में अपने प्रयासों को तेज करना जारी रखेंगे.
यह उपलब्धि अदाणी इलेक्ट्रिसिटी को देश भर में सबसे कम एटीएंडसी नुकसान वाली डिस्कॉम में शामिल करती है.
अदाणी इलेक्ट्रिसिटी ने कहा कि वह नियमित छापेमारी करके अपराधियों को पकड़ने और बिजली चोरी के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरणों को जब्त करने के लिए पुलिस अधिकारियों के साथ सहयोग करते हैं. अप्रैल 2024 से सितंबर 2024 की अवधि के दौरान, अनधिकृत बिजली की एक महत्वपूर्ण मात्रा (13.06 मिलियन यूनिट) का पता लगाया गया और उसका समाधान किया गया.
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एबीएस/एएस