नई दिल्ली, 4 दिसंबर . देश की समुद्री निगरानी क्षमता को बढ़ाने के लिए अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस की ओर से भारतीय नौसेना को दूसरा दृष्टि-10 स्टारलाइनर निगरानी ड्रोन सौंपा गया है.
हैदराबाद स्थित अदाणी समूह की इकाई अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस द्वारा निर्मित दृष्टि 10 स्टारलाइनर ड्रोन या यूएवी, एक उन्नत खुफिया, निगरानी और टोही (आईएसआर) प्लेटफॉर्म है, जिसमें 36 घंटे तक गतिविधियां जारी रखने और 450 किलोग्राम पेलोड क्षमता है.
इस मामले से जुड़े सूत्रों का कहना है कि दूसरे यूएवी को नौसेना के समुद्री अभियानों में शामिल करने की शुरुआत गुजरात के पोरबंदर में की गई, जो इजरायल के हर्मीस 900 मध्यम ऊंचाई वाले लंबे समय तक गतिविधि जारी रखने में सक्षम यूएवी का एक संस्करण है.
पहले दृष्टि-10 ड्रोन को भारतीय नौसेना को इस वर्ष की शुरुआत में दिया गया है.
यह इस तरह के उन्नत पेलोड सुइट्स को मीडियम एल्टीट्यूड लॉन्ग एंड्योरेंस (एमएएलई) प्लेटफॉर्म पर पहली बार एकीकृत करने का प्रतीक है, जिससे भारतीय नौसेना को समुद्री निगरानी के लिए अलग-अलग क्षमताएं प्राप्त होंगी.
एमएएलई एक प्रकार का यूएवी है जो 10,000 से 30,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ सकता है.
अदाणी डिफेंस ने इससे पहले इस साल जून में भारतीय सेना को दृष्टि-10 स्टारलाइनर ड्रोन दिया था. सेना ने इसे पंजाब में अपने भटिंडा बेस पर तैनात करेगी, जहां से इसके माध्यम से पाकिस्तान के साथ लगी पश्चिमी सीमा पर नजर रखी जा सकती है.
दृष्टि-10 स्टारलाइनर एकमात्र मानव रहित सैन्य प्लेटफॉर्म है जिसे नाटो ‘स्टैनैग 4671’ प्रमाणन प्राप्त है, जो सैन्य यूएवी को अन्य नाटो सदस्यों के हवाई क्षेत्र में संचालित करने की अनुमति देता है.
यह देश का एकमात्र स्वदेशी यूएवी है, जो 32,000 फीट से अधिक ऊंचाई पर भरोसेमंद तरीके से काम करता है, इसमें बड़ी पेलोड ले जाने की क्षमता है और यह काफी लंबे समय तक चल सकता है.
अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस ने कई ‘पहली बार’ हासिल की गई उपलब्धियां अर्जित की हैं, इसमें वैश्विक बाजारों में निर्यात करने वाली भारत की पहली निजी क्षेत्र की सैन्य यूएवी निर्माता कंपनी होने से लेकर, भारत की पहली निजी लघु हथियार विनिर्माण सुविधा स्थापित करने और देश की पहली निजी क्षेत्र की गोला-बारूद निर्माता कंपनी होना शामिल है.
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एबीएस/एबीएम