पटना, 27 जनवरी . प्रत्येक साल सावन महीने में लाखों कावड़िया भागलपुर के सुल्तानगंज से गंगाजल लेकर झारखंड के देवघर में बाबा बैद्यनाथ के जलाभिषेक करने जाते हैं. कांवड़ियों की सुगम यात्रा को लेकर पिछले साल कावड़िया पथ का गुणवत्तापूर्ण निर्माण करवाया गया था, लेकिन इसमें अनियमितताएं बरती गईं.
प्रारंभिक जांच में अनियमितता की पुष्टि होने के बाद इस मामले में उप मुख्यमंत्री सह पथ निर्माण मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने ठेकेदार और इंजीनियरों की मिलीभगत से हुई अनियमितता के दोषियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
पथ निर्माण मंत्री विजय सिन्हा ने बताया कि जांच में यह बात स्पष्ट हुई कि कांवड़िया पथ के निर्माण में निर्धारित मानकों का पालन नहीं किया गया और सरकारी राशि का दुरुपयोग किया गया.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य करती है. इस मामले में दोषी पदाधिकारियों और संवेदक पर कड़ी कार्रवाई होगी. प्रक्रिया का पालन करते हुए संवेदक को काली सूची में डाले जाने पर भी विचार होगा.
पथ निर्माण मंत्री ने कहा कि श्रावण मास में बाबा भोलेनाथ की नगरी देवघर जाने के रास्ते में लगभग 83 किलोमीटर का मार्ग बिहार राज्य में पड़ता है. प्रत्येक वर्ष इस मार्ग पर गंगा नदी के बालू को बिछाने एवं नियमित रूप से जल छिड़काव का कार्य किया जाता है. इस पर प्रत्येक वर्ष एक बड़ी राशि का व्यय होता है. इस मार्ग पर पांच वर्षों के अनुरक्षण की शर्तों के साथ वैकल्पिक स्थायी व्यवस्था पर विचार किया जा रहा है, जिससे श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम हो और प्रत्येक वर्ष रखरखाव की समस्या भी न हो.
उन्होंने बताया कि पूरे पथ में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सोलर लाइट भी लगाई जाएगी.
–
एमएनपी/एबीएम