पटना, 28 जुलाई . बिहार के पटना जिले के मसौढ़ी अंचल द्वारा ‘डॉग बाबू’ के नाम से निवास प्रमाण पत्र जारी होने को लेकर चर्चा का बाजार गर्म है. इस मामले के प्रकाश में आने के बाद जिला प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कर दी है. इसे लेकर स्थानीय थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई है तथा पूरे मामले की जांच के आदेश दिए गये हैं.
पटना जिला प्रशासन के मुताबिक, “मसौढ़ी अंचल में ‘डॉग बाबू’ के नाम से निवास प्रमाण पत्र निर्गत करने का मामला प्रकाश में आया है. मामला संज्ञान में आते ही उक्त निवास प्रमाण पत्र को रद्द कर दिया गया है.”
इसके अलावा, आवेदक, कंप्यूटर ऑपरेटर एवं प्रमाण पत्र निर्गत करने वाले पदाधिकारी के विरुद्ध स्थानीय थाना में प्राथमिकी दर्ज की जा रही है. बताया गया कि अनुमंडल पदाधिकारी, मसौढ़ी को संपूर्ण मामले की विस्तृत जांच कर 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है. जिला प्रशासन के द्वारा कहा गया है कि दोषी कर्मियों एवं अधिकारियों के विरुद्ध विभागीय एवं अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.
उल्लेखनीय है कि पटना जिले में मसौढ़ी अंचल कार्यालय के आरटीपीएस पोर्टल से एक ऐसा निवास प्रमाण पत्र जारी हुआ. इसे लेकर लोगों ने सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों की कार्यशैली पर सवाल उठाए और इसकी खूब चर्चा हुई. इस दस्तावेज में नाम दर्ज है ‘डॉग बाबू’, पिता का नाम ‘कुत्ता बाबू’, माता का नाम ‘कुतिया बाबू’, और पता काउलीचक, वार्ड नंबर 15, नगर परिषद मसौढ़ी लिखा है.
वहीं, फोटो की जगह पर एक कुत्ते की तस्वीर है. इस प्रमाण-पत्र (क्रमांक: बीआरसीसीओ/2025/15933581) पर मसौढ़ी अंचल कार्यालय के राजस्व पदाधिकारी मुरारी चौहान की डिजिटल सिग्नेचर भी मौजूद है. इसकी चर्चा सोशल मीडिया में भी खूब हो रही है. लोग इसे लेकर तरह-तरह की चर्चा कर रहे हैं.
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एमएनपी/एएस