पालघर, 27 जनवरी . महाराष्ट्र के पालघर जिले के नालासोपारा पूर्व स्थित अग्रवाल नगरी के लक्ष्मी नगर में डंपिंग ग्राउंड और एसटीपी प्लांट के लिए आरक्षित जमीन पर बनी 41 अवैध इमारतों के खिलाफ वसई विरार शहर महानगरपालिका की ‘ध्वस्तीकरण कार्रवाई’ तीसरे दिन भी जारी रही. इस बीच, अपने आशियाने को खोने का दर्द लोगों ने न्यूज एजेंसी से साझा किया.
बता दें, सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के आदेशों के बाद यह कार्रवाई शुरू की गई है. अब तक इस कार्रवाई में 41 अवैध इमारतों में से 10 इमारतों को ध्वस्त किया जा चुका है, जबकि बाकी इमारतों पर कार्रवाई जारी है. नालासोपारा की रितु पैलेस इमारत के लोग अपने घर खाली करने में जुटे हैं.
यहां रहने वाले एक शख्स प्रकाश भक्ति ने से बातचीत में बताया कि मैं यहां पर पिछले 15 सालों से रह रहा हूं, लेकिन अब यहां पर प्रशासन एकाएक आ धमका और कह रहा है कि आप लोग मकान खाली करो, क्योंकि हम इसे तोड़ेंगे. पता नहीं, ये लोग इसे तोड़ेंगे की नहीं, लेकिन अब हम लोगों को यह समझ में नहीं आ रहा है कि हम लोग कहां जाएं.
लोगों का आरोप है कि इस इमारत से वसई विरार महानगरपालिका ने हाउस टैक्स भी वसूला था. फ्लैट के निवासियों ने हाउस टैक्स की पावती भी दिखाई. इमारत में महावितरण द्वारा बिजली मीटर भी लगाया गया था, जिससे यह जाहिर होता है कि स्थानीय प्रशासन ने इस अवैध निर्माण को मान्यता दी थी.
इस सब के बावजूद अब इस अवैध निर्माण को ढहाने की कार्रवाई में कोई रुकावट नहीं आई है और महानगरपालिका का बुलडोजर तीसरे दिन भी गरज रहा है.
लोगों के लिए यह स्थिति बेहद कठिन है, वहीं प्रशासन की ओर से यह कार्रवाई न्यायालय के आदेशों के तहत की जा रही है.
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एसएचके/केआर