बिक्रम सिंह मजीठिया पर कार्रवाई सीएम मान की नशे के खिलाफ प्रतिबद्धता का सूचक : कुलदीप सिंह धालीवाल

चंडीगढ़, 25 जून . विजिलेंस टीम की ओर से अमृतसर में शिरोमणि अकाली दल नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के आवास पर छापेमारी की गई और उनको हिरासत में ले लिया गया. इस पर पंजाब में सियासत तेज हो गई है. पंजाब के कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने इस मामले को लेकर कहा कि यह भगवंत मान की नशे को खत्म करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है.

पंजाब के कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने समाचार एजेंसी से बातचीत के दौरान कहा, “आज की गई कार्रवाई आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की नशे के खिलाफ प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जिन्होंने पंजाब के लोगों से वादा किया था कि सरकार बनने पर हम राज्य से नशे को खत्म कर देंगे. यह नशे के विरुद्ध अभियान के तहत कार्रवाई की गई है. पंजाब के युवाओं को नशे के दलदल में डालने वाले किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. नशे का दौर प्रकाश सिंह बादल और भाजपा संगठन की सरकार में शुरू हुई थी.”

वहीं, मंत्री लाल चंद कटारूचक ने कहा कि आज पंजाब के लिए ऐतिहासिक दिन है. पंजाब गुरुओं और क्रांतिकारियों की धरती है, यहां नशे का कारोबार करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी. भगवंत मान की सरकार ने कार्रवाई करते हुए दिखा दिया कि कोई भी कानून से बड़ा नहीं है. बिक्रम सिंह मजीठिया पर एडीपीएसी एक्‍ट के तहत मामले दर्ज हैं.

उन्‍होंने अफसोस जताते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है. नशे की वजह से कई परिवार उजड़ गए, उनका आर्थिक और सामाजिक नुकसान हुआ है. ऐसे लोगों के साथ मान सरकार ने न्‍याय किया है. अगर मजीठिया सच्‍चे हैं तो कोर्ट से बरी हो जाएंगे. डीएसपी (सेवानिवृत्‍त ) जगदीश भोला ने बोला था कि मजीठिया ही हमारे लीडर हैं. यह बात हर कोई जानता है कि अकाली-भाजपा सरकार के दौरान सबसे बदनाम चेहरा बिक्रम सिंह मजीठिया थे.

बता दें कि शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया के सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर एक वीडियो भी शेयर किया गया है, जिसमें विजिलेंस के अधिकारी उन्हें अपने साथ ले जाते हुए नजर आ रहे हैं. वह इस वीडियो में कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि देख लें कितने अधिकारी मुझे ले जाने के लिए यहां आए हैं.

एएसएच/जीकेटी