बगदाद, 29 जून . इराकी सुरक्षा बलों ने रविवार को देश के उत्तरी हिस्से में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए इस्लामिक स्टेट (आईएस) के तीन आतंकियों को मार गिराया. यह जानकारी इराकी काउंटर-टेररिज्म सर्विस ने एक आधिकारिक बयान में दी.
बयान के अनुसार, खुफिया रिपोर्ट के आधार पर सुरक्षा बलों ने किर्कुक प्रांत में इन आतंकवादियों की घात लगाकर हत्या की. हालांकि, ऑपरेशन की सटीक जगह के बारे में विवरण साझा नहीं किया गया है.
मारे गए आतंकियों में दो सेक्टर कमांडर और एक बटालियन कमांडर शामिल था, जो किर्कुक क्षेत्र में सक्रिय थे. काउंटर-टेररिज्म सर्विस ने कहा कि आतंकवाद के बचे हुए तत्वों को खत्म करने का अभियान लगातार जारी रहेगा.
गौरतलब है कि इराक ने 2017 में इस्लामिक स्टेट पर औपचारिक रूप से विजय की घोषणा की थी, लेकिन संगठन के कुछ बचे हुए गुट अब भी देश के विभिन्न इलाकों में हमलों को अंजाम दे रहे हैं, खासकर शहरी इलाकों, रेगिस्तानों और दूरदराज के क्षेत्रों में.
आईएस की शुरुआत अल-कायदा के बचे हुए धड़ों और अन्य सुन्नी आतंकवादी समूहों से हुई थी. 2014 में इस संगठन ने फल्लुजा, मोसुल और अंबर प्रांत के बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया था और कथित रूप से ‘वैश्विक खिलाफत’ की घोषणा की थी, जिसे विश्वभर में नकार दिया गया.
2017 तक इराक और 2019 तक सीरिया में हुए कड़े सैन्य अभियानों और वैश्विक गठबंधन की कार्रवाई के बाद आईएस अपने अधिकांश क्षेत्रों से बेदखल हो गया.
हालांकि संगठन की क्षेत्रीय पकड़ खत्म हो चुकी है, लेकिन अब भी यह गुट छिपकर हमले करता है और गुरिल्ला युद्ध जैसी रणनीति अपनाता है. हजारों की संख्या में इसके लड़ाके अब भी सक्रिय हैं और देश में अस्थिरता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं.
आईएस अब भी इराकी सुरक्षा बलों और आम नागरिकों पर बम धमाकों, घात लगाकर हमले और अन्य हिंसक गतिविधियों को अंजाम दे रहा है. यह संगठन विशेषकर सीरियाई सीमा और दूर-दराज के इलाकों में सुरक्षा में मौजूद खामियों का फायदा उठाकर फिर से सक्रिय होने की कोशिशों में जुटा है.
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डीएससी/