अहमदाबाद : साइबर धोखाधड़ी के लिए बैंकॉक में नौकरी का झांसा, आरोपी गिरफ्तार

Ahmedabad, 18 अगस्त . Ahmedabad साइबर क्राइम पुलिस ने वडोदरा की एक वीजा कंसलटेंसी संचालक किंजल शाह को गिरफ्तार किया है. किंजल पर आरोप है कि उसने बैंकॉक में नौकरी का लालच देकर लोगों को साइबर धोखाधड़ी के जाल में फंसाया. यह खुलासा Ahmedabad साइबर क्राइम ब्रांच के एसीपी हार्दिक मकड़िया ने पत्रकारों से बातचीत में किया.

उन्होंने बताया कि मामले की शुरुआत तब हुई, जब एक शिकायतकर्ता के रिश्तेदार ने दुबई में वीजा के लिए पूछताछ की. उसे अभिषेक सिंह नामक व्यक्ति ने बैंकॉक में एक लाख रुपए मासिक वेतन और मुफ्त रहने की सुविधा का लालच दिया. अभिषेक ने पीड़ित का वीडियो कॉल के जरिए एक चीनी नागरिक से इंटरव्यू करवाया. अभिषेक पहले एक बैंक में काम करता था और अब दुबई में एक चीन के गिरोह के लिए काम करता है. इसके बाद पीड़ित को टूरिस्ट वीजा पर बैंकॉक भेजा गया.

एसीपी ने बताया कि बैंकॉक हवाई अड्डे पर पीड़ित से पासपोर्ट और एक व्यक्ति के साथ सेल्फी मांगी गई. इसके बाद उसका पासपोर्ट जब्त कर लिया गया और उसे अवैध रूप से थाईलैंड-म्यांमार सीमा पार करवाकर म्यांमार के केके. पार्क इलाके में ले जाया गया. इस दौरान उसे जंगल, नदी और नाव के रास्ते 15-20 किलोमीटर ले जाया गया. म्यांमार में एक फर्जी कॉल सेंटर में उसे 33 दिनों तक कैद रखा गया और साइबर धोखाधड़ी के लिए प्रशिक्षण दिया गया. पीड़ित ने इसका विरोध किया, लेकिन उसे भारत लौटने से रोका गया.

उन्होंने बताया कि आरोपियों ने पीड़ित को भारत लौटने की अनुमति देने के लिए 3.5 लाख रुपए की मांग की. पीड़ित ने अपने चाचा को इसकी जानकारी दी, जिन्होंने यूपीआई के जरिए विभिन्न खातों में 3.5 लाख रुपए का भुगतान किया. इसके बाद पीड़ित को भारत लौटने की अनुमति दी गई.

उनके मुताबिक, पुलिस जांच में पता चला कि किंजल शाह ने अभिषेक सिंह के साथ मिलकर यह धोखाधड़ी शुरू की थी और तीन अन्य लोगों को भी इसी तरह फंसाने की योजना थी. साइबर क्राइम ब्रांच ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया और किंजल को गिरफ्तार कर लिया. एसीपी मकड़िया ने बताया कि गिरोह सोशल मीडिया पर नौकरी के विज्ञापन चलाकर लोगों को निशाना बनाते हैं.

एसएचके/एबीएम