New Delhi, 28 जुलाई . कर्नाटक में कलबुर्गी सेंट्रल यूनिवर्सिटी की छात्राओं को फील्ड ट्रिप के दौरान हिजाब पहनने को मजबूर करने का मामला तूल पकड़ रहा है. हैदराबाद के एक एनजीओ, ‘लीगल राइट्स प्रोटेक्शन फोरम’ ने यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार रुद्र गौड़ा पाटिल, को एक पत्र लिखकर इसका जवाब मांगा है.
शिकायती खत में लिखा गया, “हिस्ट्री और आर्कियोलॉजी के असिस्टेंट प्रोफेसर अब्दुल मजीद ने जानबूझकर फील्ड ट्रिप के दौरान मुस्लिम स्मारकों का दौरा करवाया और एक मजार में जाने से पहले छात्राओं को सिर ढकने को कहा.” इस फील्ड ट्रिप में कलबुर्गी और बीदर के स्टूडेंट्स को शामिल किया गया था.
इस शिकायत के जवाब में यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार रुद्र गौड़ा पाटिल ने कहा, “26 जुलाई को विश्वविद्यालय को ए.एस. संतोष की एक शिकायत प्राप्त हुई. वे हैदराबाद स्थित लीगल राइट्स फोरम के महासचिव हैं, और उन्होंने कहा है कि विश्वविद्यालय में इतिहास और पुरातत्व के छात्र प्रोफेसर राजी माजिद अब्दुल माजिद ने, फील्ड ट्रिप पर गए के दौरान कुछ छात्राओं को हिजाब पहनने के लिए मजबूर किया. इसलिए, इस साथी संतोष की ओर से यह शिकायत प्राप्त हुई है. विश्वविद्यालय नियमानुसार, एक जांच समिति गठित करेगा और उसके अनुसार, हम कार्रवाई करेंगे.”
इतिहास एवं पुरातत्व विभाग के सहायक प्रोफेसर अब्दुल मजीद पर फील्ड ट्रिप के दौरान छात्राओं को हिजाब पहनने के लिए मजबूर करने का आरोप लगा है. इस फील्ड ट्रिप में कलबुर्गी और बीदर जिलों के छात्र शामिल थे, और कथित तौर पर मुस्लिम समुदाय से जुड़े स्थानों पर ज्यादा ध्यान केंद्रित किया गया था.
विधि एवं अधिकार संरक्षण मंच ने केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बट्टू सत्यनारायण के समक्ष सहायक प्रोफेसर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. विश्वविद्यालय ने मामले की जांच के लिए एक जांच समिति गठित की है. विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार रुद्र गौड़ा पाटिल ने आश्वासन दिया है कि जांच समिति की ओर से प्रस्तुत रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.
वहीं भाजपा एम.एल.सी एन रवि कुमार ने हिजाब मामले को लेकर कहा, “मैं सिर्फ इस मामले में इतना कहना चाहता हूं कि इसकी पूरी जांच होनी चाहिए.”
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वीकेयू/केआर