नई दिल्ली, 20 मार्च अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) ने अफगानिस्तान के खिलाफ निर्धारित तीन मैचों की टी20 सीरीज को स्थगित करने के क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) के फैसले पर निराशा व्यक्त की है.
ऑस्ट्रेलिया ने मंगलवार को घोषणा की कि उन्होंने अफगानिस्तान में महिलाओं और लड़कियों के मानवाधिकारों में गिरावट का हवाला देते हुए इस साल अगस्त में अफगानिस्तान के खिलाफ होने वाली पुरुषों की टी20 सीरीज को स्थगित कर दिया है.
इस पर एसीबी ने जवाब दिया, “अफगानिस्तान में खेल के महत्व और अफगान राष्ट्र की खुशी और आनंद से इसके संबंध को देखते हुए एसीबी क्रिकेट को राजनीतिक प्रभाव से अलग रखने की वकालत करता है.”
“एसीबी क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया पर ऑस्ट्रेलियाई सरकार के दबाव को स्वीकार करता है और दोनों क्रिकेट बोर्डों के बीच सहयोगात्मक प्रयासों के माध्यम से ऐसे मुद्दों को संबोधित करने के महत्व पर जोर देता है. एसीबी ऑस्ट्रेलियाई सरकार से यह भी आग्रह करता है कि वह अपनी नीतियों को क्रिकेट बोर्डों पर न थोपे और इसके बजाय सभी क्षेत्रों में क्रिकेट के विकास का समर्थन करने पर ध्यान केंद्रित करे.
“एसीबी के शीर्ष प्रबंधन ने पहले क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के साथ बातचीत की थी और सार्वजनिक रूप से वापसी की घोषणा करने के बजाय वैकल्पिक समाधान तलाशने का प्रस्ताव रखा था. एसीबी तीसरी बार अफगानिस्तान से हटने के सीए के फैसले पर निराशा व्यक्त करता है.”
तीन मैचों की टी20 श्रृंखला आईसीसी 2023-2027 अंतर्राष्ट्रीय कैलेंडर के लिए अफगानिस्तान के एफटीपी का एक हिस्सा थी, जिसकी पुष्टि आईसीसी ने सीए प्रतिनिधिमंडल के सामने की थी.
कई वर्षों में यह तीसरी बार था जब सीए ने अफगानिस्तान के खिलाफ श्रृंखला स्थगित करने का फैसला किया. 2021 में, उन्होंने उनके खिलाफ एकमात्र टेस्ट रद्द कर दिया था. इसके बाद सीए ने 2023 में तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला से हटने का फैसला किया.
“एसीबी क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से एक पूर्ण सदस्य राष्ट्र के रूप में अपनी स्थिति का सम्मान करने और समझने और बाहरी दबावों और/या राजनीतिक प्रभावों के आगे झुकने के बजाय वैकल्पिक समाधान तलाशने का आग्रह करता है.
यह निष्कर्ष निकाला, “अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और अन्य पूर्ण सदस्य देशों के साथ बातचीत करने और आईसीसी सिद्धांतों का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि क्रिकेट राजनीतिक प्रभाव से मुक्त रहे और इसमें शामिल सभी पक्षों द्वारा समर्थित रहे.”
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आरआर