दिल्ली, 9 सितंबर . दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के नॉर्थ कैंपस में Tuesday को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने छात्र हितों और विश्वविद्यालय प्रशासन की उपेक्षा के खिलाफ एक विशाल ‘गर्जना रैली’ का आयोजन किया. एबीवीपी ने आगामी डूसू चुनाव में सभी 4 पदों पर जीत का दावा किया है.
यह रैली आर्ट्स फैकल्टी से शुरू हुई और विश्वविद्यालय परिसर के विभिन्न हिस्सों, जैसे विक्रमादित्य मार्ग, विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन और नॉर्थ कैंपस के मुख्य गेट से होते हुए फिर आर्ट्स फैकल्टी पर समाप्त हुई.
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (डूसू) चुनावों के नजदीक आने के साथ ही एबीवीपी ने इस प्रदर्शन के माध्यम से छात्रों की समस्याओं को जोर-शोर से उठाया.
रैली में 1000 से अधिक छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया, जो हाथों में तख्तियां, बैनर और झंडे लिए ‘छात्र अधिकारों की रक्षा करो’ और ‘प्रशासनिक भेदभाव खत्म करो’ जैसे नारे लगा रहे थे.
एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों की मूलभूत सुविधाओं और अधिकारों के प्रति उदासीन है. एबीवीपी नेताओं ने बताया कि रैली पूरी तरह शांतिपूर्ण थी और दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा परिसर में पोस्टरबाजी, दीवारों पर पेंटिंग और पैंफलेट वितरण पर लगाए गए प्रतिबंधों का पालन किया गया.
एबीवीपी के राष्ट्रीय महामंत्री वीरेंद्र सोलंकी ने कहा कि यहां एबीवीपी को छात्रों का समर्थन देखा जा सकता है. इस रैली के बाद स्पष्ट है कि डूसू चुनाव में एबीवीपी सभी 4 पदों पर जीत हासिल करेगा. उन्होंने यह भी कहा कि छात्रों के प्रमुख मुद्दों को इस बार मेनिफेस्टो में शामिल किया जाएगा.
एबीवीपी के प्रदेश मंत्री सार्थक शर्मा ने कहा कि रैली में 10 हजार से ज्यादा छात्रों की उपस्थिति यह दिखाती है कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्रों का विश्वास है.
पिछले एक साल में मेनिफेस्टो को लेकर एबीवीपी ने लड़ाई लड़ी है. वन कोर्स-वन फीस से लेकर पीजी कोर्सेज तक की लड़ाई लड़कर उसको लागू कराया. उन्होंने दावा किया है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र चुनाव (डूसू चुनाव) में इस बार एबीवीपी की जीत होगी.
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