डूसू चुनाव के लिए एबीवीपी का घोषणापत्र जारी, 10 हजार से अधिक छात्रों को इंटर्नशिप और बीमा का वादा

New Delhi, 13 सितंबर . अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने Saturday को दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (डूसू) चुनाव के लिए घोषणापत्र जारी किया. एबीवीपी ने 5 हजार से अधिक विद्यार्थियों से विभिन्न माध्यमों से प्राप्त सुझावों पर गहनता से विचार कर घोषणापत्र यानी संकल्प पत्र जारी किया. इस घोषणापत्र में अभाविप ने शिक्षा, सुरक्षा, स्वास्थ्य के साथ-साथ खेल और रोजगार से संबंधित विषयों को प्रमुखता से स्थान दिया है.

एबीवीपी द्वारा घोषणापत्र जारी करने हेतु आयोजित इस पत्रकार वार्ता में राष्ट्रीय महामंत्री वीरेंद्र सोलंकी, राष्ट्रीय मंत्री शिवांगी खरवाल, दिल्ली प्रदेश प्रांत मंत्री सार्थक शर्मा, दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में अध्यक्ष पद प्रत्याशी आर्यन मान, उपाध्यक्ष पद प्रत्याशी गोविंद तंवर, सचिव पद प्रत्याशी कुणाल चौधरी और सह-सचिव पद प्रत्याशी दीपिका झा की उपस्थिति रही.

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव (डूसू) के निमित्त जारी किए गए घोषणा-पत्र (मैनिफेस्टो) में छात्रों हेतु अनुदानित स्वास्थ्य बीमा, विभिन्न महाविद्यालयों में पंजीकृत शैक्षणिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक सोसाइटी के बजट में वृद्धि, खेल में रुचि रखने वाले विद्यार्थियों के लिए खेल सामग्री एवं समुचित आहार की उपलब्धता का सुनिश्चितीकरण, परिसरों को दिव्यांग छात्रों के अनुकूल बनाने के लिए एक्सेसबिलिटी ऑडिट की व्यवस्था, विश्वविद्यालय के छात्रों को निःशुल्क हाइ स्पीड वाईफाई की सुलभता, छात्रों हेतु नए छात्रावासों का निर्माण, चतुर्थ वर्ष के शोध विद्यार्थियों हेतु शोध सुविधाओं एवं विद्यार्थी निधि की उपलब्धता, निर्धारित समयसीमा के भीतर परीक्षाओं के परिणाम की घोषणा की व्यवस्था, उत्तरी और दक्षिणी परिसर की भांति पूर्वी और पश्चिमी परिसर को प्रोत्साहन देने जैसे महत्वपूर्ण विषयों को सम्मिलित कर एबीवीपी के नेतृत्व वाली डूसू ने इनके क्रियान्वयन के लिए प्रतिबद्धता प्रकट की.

अपने घोषणापत्र में एबीवीपी ने दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए छात्र मार्ग संवाद का आयोजन, नए छात्रावासों का निर्माण, प्रत्येक कॉलेजों में महिला छात्रावासों की अनिवार्य उपलब्धता एवं स्वच्छता पर विशेष जोर, विद्यार्थियों के समग्र विकास के लिए शिक्षणेत्तर गतिविधियों और सोसाइटी की स्थापना, सभी कॉलेजों और छात्रावासों में निःशुल्क हाइ स्पीड वाई-फाई की उपलब्धता, सभी कॉलेजों में शुद्ध पेयजल की उपलब्धता एवं छात्र मार्ग पर प्रति 100 मीटर पर वाटर कूलर उपलब्धता, छात्रों में बढ़ते मानसिक तनाव एवं अवसाद के दृष्टिगत समय-समय पर काउंसिलिंग सेशन का आयोजन एवं माइंडफुलनेस सेंटर की स्थापना, सेंट्रल रिसर्च लैब की स्थापना, एकेडमिक काउंसिल में छात्रों का प्रतिनिधित्व, डीयू के दस हजार से अधिक विद्यार्थियों को विभिन्न सरकारी-गैरसरकारी संगठनों में इंटर्नशिप प्रदान करने, एमओओसी प्लेटफॉर्म का प्रभावी प्रयोग, नेट परीक्षा के लिए विशेष विभागीय कक्षाओं का संचालन, क्षेत्रीय भाषाओं में नोट्स और पाठ्य सामग्री की उपलब्धता, एक भारत श्रेष्ठ भारत का प्रभावी क्रियान्वयन, लैंगिक संवेदीकरण कैंप का आयोजन, ट्रांसजेंडर छात्रों हेतु विशेष छात्रवृत्ति की व्यवस्था, महिला सुरक्षा हेतु आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन, पिंक बूथ की स्थापना, महिला सुरक्षा हेतु मोबाइल ऐप की लॉन्चिंग, महिला छात्रावासों के आसपास पीसीआर वैन की पेट्रोलिंग, स्थायी डूसू कार्यालय की मांग, आईसीसी चुनाव का आयोजन, गर्ल्स कॉमन रूम की व्यवस्था, सब्सिडाइज हेल्थ इंश्योरेंस की उपलब्धता, हेल्थ कार्ड की उपलब्धता, सभी कॉलेजों में ओपन जिम की व्यवस्था, दिव्यांग छात्रों के लिए विशेष सुविधा, हेल्थ वेलनेस सोसाइटी की स्थापना, खेल सामग्री एवं खेल सुविधाओं की पर्याप्त उपलब्धता और प्रतियोगिताओं का आयोजन, अर्न व्‍हाइल लर्न का संचालन, दिव्यांग छात्रों हेतु विशेष छात्रवृत्ति, आधिकारिक सूचनाओं का डिजिटल माध्यम में भी प्रसारण, रैंप की व्यवस्था, दिव्यांग छात्रों हेतु विशेष शौचालय की व्यवस्था, निःशुल्क एआई प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन, रोजगार मेले का आयोजन आदि बिंदुओं पर प्राथमिकता से काम करने की बात की.

एबीवीपी के नेतृत्व में डूसू के निर्वाचित पदाधिकारियों ने विद्यार्थियों के लिए यू-स्पेशल बस का संचालन, नए महिला छात्रावास के निर्माण हेतु स्वीकृति, छात्र गतिविधि केंद्र बनाने की अनुमति और स्थान का भूमि-पूजन, इंटर्नशिप कार्यक्रम का आयोजन के साथ अन्य मूलभूत समस्याओं के निवारण एवं महिला सुरक्षा के सुदृढ़ीकरण हेतु गत वर्षों में निरंतर कार्य किया है जिस कारण एबीवीपी के प्रति छात्रों का विश्वास और दृढ़ हुआ है.

एबीवीपी के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. वीरेंद्र सोलंकी ने कहा कि विद्यार्थी परिषद का घोषणापत्र दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों के वास्तविक मुद्दों को रेखांकित करने वाला है. छात्र कल का नहीं, अपितु आज का नागरिक है. यह सोच एबीवीपी के घोषणापत्र में परिलक्षित हो रही है. प्रवेश, परिसर, पाठ्यक्रम, परीक्षा और परिणाम पर आधारित परिषद के घोषणापत्र में रियायती मेट्रो पास, दिव्यांगों और छात्राओं के मुद्दों को अभाविप के घोषणापत्र में प्रमुखता से स्थान मिला है. यह दर्शाता है कि विद्यार्थी परिषद के नेतृत्व वाला डूसू वर्ष के 365 दिन छात्रों के हित में कार्य करने के लिए संकल्पित है. एबीवीपी अपने इस छात्रहितकारी घोषणापत्र के मुद्दों को डीयू छात्र-छात्राओं के बीच आगामी प्रचार के दिनों में प्रमुखता से ले जाएगी.

एबीवीपी पैनल से डूसू में अध्यक्ष पद के प्रत्याशी आर्यन मान ने कहा कि एबीवीपी के प्रबल और सक्षम नेतृत्व वाला डूसू हमेशा विद्यार्थियों का भरोसा रहा है. इस साल खेल में रुचि रखने वाले विद्यार्थियों के लिए खेल सामग्री एवं समुचित आहार की उपलब्धता का सुनिश्चितीकरण, परिसरों को दिव्यांग छात्रों के अनुकूल बनाने हेतु एक्सेसबिलिटी ऑडिट की व्यवस्था, विश्वविद्यालय के छात्रों को निःशुल्क वाई-फाई की सुलभता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर कार्य करते हुए डीयू को वैश्विक पटल पर शीर्ष पर स्थापित करने का कार्य करेंगे.

एबीवीपी पैनल से डूसू में उपाध्यक्ष पद के प्रत्याशी गोविंद तंवर ने कहा कि अभाविप कैंपस में पढ़ रहे विद्यार्थियों हेतु साल के 365 दिन सक्रिय रहती है यहीं एबीवीपी को उन छात्र संगठनों से अलग करती है जो केवल चुनाव के समय सक्रिय होते हैं. एबीवीपी इस वर्ष प्रभावी प्लेसमेंट सेल, जॉब फेयर व इंटर्नशिप सहायता, मुफ्त आई टूल्स सर्टिफिकेशन प्रोग्राम और उद्यमिता कौशल केंद्र के माध्यम से छात्रों के लिए कार्य करने वाली है. विद्यार्थियों में अभाविप के प्रति प्रबल विश्वास से निश्चित ही एबीवीपी इस वर्ष चारों सीटों पर विजयी होगी.

एबीवीपी पैनल से डूसू में सचिव पद के प्रत्याशी कुणाल चौधरी ने कहा, “एबीवीपी के सक्षम छात्र नेतृत्व ने गत वर्षों में डीयू में सकारात्मक माहौल बन सके इस हेतु निरंतर कार्य किया है और महिला सशक्तीकरण के लिए यथासंभव प्रयास किए हैं. इस वर्ष सब्सिडाइज्ड स्वास्थ्य बीमा, यूनिवर्सिटी हेल्थ कार्ड की सुविधा, कॉलेजों में ओपन जिम और स्वास्थ्य वेलनेस सोसाइटी की स्थापना जैसे विषयों पर एबीवीपी कार्य करने वाली है. हमें पूर्ण विश्वास है कि निश्चित ही इस वर्ष अभाविप के पक्ष में जनमत आता हुआ दिखाई देगा और केंद्रीय पैनल में सभी सीटों पर एबीवीपी काबिज होगी.”

एबीवीपी पैनल से डूसू में संयुक्त सचिव पद की प्रत्याशी दीपिका झा ने कहा कि छात्र हितों में निरंतर कार्य कर अभाविप ने डीयू में विद्यार्थियों के मनः पटल पर एक प्रभावी छाप छोड़ी है. प्रत्येक कॉलेज में महिला छात्रावास की व्यवस्था, परिसरों में पिंक बूथ एवं महिला सुरक्षाकर्मियों की पर्याप्त उपलब्धता, सेनेटरी पैड वेंडिंग मशीन की उपलब्धता, स्थायी रूप से महिला रोग विशेषज्ञ की तैनाती, गर्ल्स कॉमन रूम, सभी छात्राओं के लिए एनसीसी उपलब्ध कराना, लैंगिक समानता एवं आत्मरक्षा प्रशिक्षण हेतु प्रशिक्षण शिविरों का संचालन, ट्रांसजेंडर छात्रवृत्ति जैसे आवश्यक एवं संवेदनशील विषयों पर एबीवीपी का नेतृत्व साल भर काम करते हुए विद्यार्थियों और विश्वविद्यालय की छवि को और सशक्त बनाने का कार्य करेगा.

एएसएच/डीएससी