पंजाब में नशे के खिलाफ ‘आप’ का युद्ध, धालीवाल बोले- तस्करों पर होगी कार्रवाई

अमृतसर, 29 जून . पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने रविवार को अमृतसर में मीडिया से बातचीत के दौरान नशे के खिलाफ राज्य सरकार की नीति को दोहराया. उन्होंने कहा कि जो भी नशा बेचता हुआ पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. पंजाब में नशा एक गंभीर सामाजिक और मानवीय संकट है, जिसने युवाओं के भविष्य को अंधकारमय कर दिया है.

धालीवाल ने कहा कि अकाली दल और भाजपा सरकार के दौरान पंजाब को सबसे ज़्यादा नुकसान नशे ने पहुंचाया. उन्होंने आरोप लगाया कि उस समय विक्रम मजीठिया कैबिनेट मंत्री थे और उनके कार्यकाल में नशे का कारोबार चरम पर पहुंचा. हमारा आधा से ज्यादा पंजाब खाली हो चुका है, युवा विदेश चले गए, माता-पिता ने अपनी जमीनें गिरवी रख दीं ताकि उनके बच्चे इस जहर से बच सकें. ईडी प्रमुख निरंजन सिंह और पूर्व डीजीपी चट्टोपाध्याय के बयानों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि इन दोनों ने विक्रम मजीठिया को पूरी तरह से दोषी ठहराया है. कोर्ट ने मजीठिया को सात दिन की रिमांड दी थी, इसका मतलब है कि जांच में दम था, कोई झूठ नहीं था.

धालीवाल ने आम आदमी पार्टी से कुंवर विजय प्रताप सिंह के पांच साल के निष्कासन पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि किसी को भी अपनी बात रखने का हक है. लेकिन, पार्टी के भीतर अनुशासन और गाइडलाइन होती हैं. हमें पार्टी की नीतियों पर चलना होता है, न कि पार्टी को हमारी नीतियों पर. उन्होंने बताया कि यह निर्णय पार्टी हाईकमान, अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान, अमन अरोड़ा, मनीष सिसोदिया की सहमति से लिया गया है. उन्होंने कहा कि पार्टी के अंदर रहते हुए शिष्टाचार और संगठनात्मक मर्यादाओं का पालन आवश्यक है.

धालीवाल ने पूर्व विधायक बोनी अजनाला के हवाले से कहा कि पंजाब में 6 हजार करोड़ रुपए के ड्रग मनी केस की जांच जरूरी है. तत्कालीन सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की. अगर उस समय कार्रवाई होती, तो पंजाब की कई जिंदगियां बचाई जा सकती थीं. उन्होंने यह भी कहा कि सुखबीर बादल को जवाब देना चाहिए कि 2007 से 2017 तक के शासनकाल में नशे के खिलाफ निर्णायक कदम क्यों नहीं उठाए गए.

धालीवाल ने रवनीत बिट्टू और प्रताप सिंह बाजवा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अगर वे मजीठिया के साथ खड़े हैं, तो उन्हें शर्म आनी चाहिए. पंजाब के युवाओं की मौतों पर आपको दुख नहीं है और आप उन लोगों के साथ खड़े हैं, जिन पर केस दर्ज हैं, यह दुर्भाग्यपूर्ण है. सरकार नशे के खिलाफ निर्णायक युद्ध लड़ रही है और इसमें किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वो किसी भी पार्टी से हो, कितना भी बड़ा नाम हो. हम मसालेदार कार्रवाई नहीं करेंगे, हम न्यायपूर्ण, सख्त और प्रभावी कार्रवाई करेंगे.

–आईएएएस

पीएसके/एबीएम