भ्रष्टाचार मामले में फंसे ‘आप’ विधायक रमन अरोड़ा का रिमांड चार दिन के लिए बढ़ा

जालंधर, 29 मई . भ्रष्टाचार के आरोपों में गिरफ्तार आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक रमन अरोड़ा को गुरुवार को पांच दिन की रिमांड अवधि पूरी होने के बाद विजिलेंस टीम ने उन्हें अदालत में पेश किया. विजिलेंस ने अदालत से अरोड़ा का सात दिन का रिमांड मांगा, लेकिन अदालत ने चार दिन की रिमांड मंजूर की.

इस दौरान विजिलेंस की ओर से कोर्ट में विधायक के समधी, बेटे राजन अरोड़ा और महेश खमीजा के नामों को पेश किया गया. हालांकि, विजिलेंस की ओर से इस बार कोई नई दलील नहीं दी गई. कोर्ट में बताया गया कि कुछ संपत्तियों और सोने के लेन-देन में मामूली अंतर पाया गया है, जबकि प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन से जुड़ी सारी जानकारी कोर्ट को सौंपी जा चुकी है.

विजिलेंस ने राजू, महेश बख्शी और राजन के नाम कोर्ट में पेश किए, लेकिन इन तीनों को लेकर कोई स्पष्ट बयान कोर्ट में दर्ज नहीं किया गया. वकीलों के बीच लंबी बहस के बाद कोर्ट ने फैसला पहले रिजर्व किया और फिर चार दिन की रिमांड की मंजूरी दी.

कोर्ट परिसर के बाहर सुरक्षा के मद्देनजर भारी पुलिस बल तैनात रहा. विजिलेंस सूत्रों के मुताबिक रमन अरोड़ा के बेटे राजन अरोड़ा का नगर निगम से जुड़े कामों में सीधा हस्तक्षेप था और वह अपने पिता के प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए ठेके और अन्य काम करवाता था. यही कारण है कि विजिलेंस ने राजन, समधी और महेश खमीजा के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और अब उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी कोर्ट से जारी करवाने की तैयारी है.

सूत्रों के अनुसार, रमन अरोड़ा ने करोड़ों की जमीन अपने रिश्तेदारों और फैमिली फ्रेंड्स के नाम पर खरीदी थी, जिसे लेकर अब एयरपोर्ट अथॉरिटी को लुक आउट सर्कुलर (एलओसी) जारी कर दी गई है. इसके अलावा विजिलेंस ने तीन बैगों की तलाश में सीसीटीवी फुटेज खंगाले हैं, जिनमें यह सामने आया है कि विधायक के समधी और महेश खमीजा ने कथित रूप से ये बैग गायब किए थे.

पूरा मामला गंभीर होता जा रहा है. विजिलेंस विभाग की कुल 7 टीमें इस मामले की जांच में लगी हुई हैं और लगातार नए सबूत इकट्ठा किए जा रहे हैं.

डीएससी/पीएसके