‘आप’ के विधायक जरनैल सिंह का आरोप, ‘चुनाव आयोग की भूमिका नहीं थी निष्पक्ष’

नई दिल्ली, 12 फरवरी . दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) को भले ही हार का सामना करना पड़ा हो, लेकिन ‘आप’ के कई प्रत्याशियों ने इस बार जीत दर्ज की है. उन्हीं में से एक हैं तिलक नगर विधानसभा से विधायक सरदार जरनैल सिंह, जिन्होंने इस सीट से लगातार चौथी बार जीत दर्ज की है.

जरनैल सिंह ने बुधवार को से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि जनता का निर्णय हमें स्वीकार है, दिल्ली की कई सीटें ऐसी थीं, जहां हार-जीत का अंतर काफी कम रहा है.

उन्होंने कहा, “जनता का जो जनादेश होता है, उसे स्वीकार करना पड़ता है. सबसे बड़ी बात यह है कि बहुत सारी सीटें हम बहुत ही कम मार्जिन से हारे हैं, जिसमें सिर्फ 200 या 300 वोटों का ही अंतर रहा है. चुनाव आयोग की भूमिका भी निष्पक्ष नहीं रही. भाजपा के नेता खुलेआम पैसा बांट रहे थे और आचार संहिता का उल्लंघन चलता रहा. आम आदमी पार्टी (आप) के वोटों को कटवाया गया, अगर चुनाव निष्पक्ष होता तो हमारी पार्टी को 45 से अधिक सीटें मिलतीं.”

उल्लेखनीय है कि ‘आप’ नेता जरनैल सिंह साल 2013 में पहली बार तिलक नगर विधानसभा से विधायक चुने गए थे. इसके बाद उन्होंने 2015, 2020 और 2025 के विधानसभा चुनाव में लगातार जीत दर्ज की है.

तिलक नगर सीट पर जरनैल सिंह ने भाजपा की श्वेता सैनी को 11,656 वोटों के बड़े अंतर से हराया है. जरनैल सिंह को 52,134 वोट मिले जबकि भाजपा उम्मीदवार को 40,478 मत प्राप्त हुए. कांग्रेस के परविंदर सिंह मात्र 2,747 वोट के साथ तीसरे नंबर पर रहे.

दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा को 48 सीटों पर जीत मिली है, जबकि आम आदमी पार्टी के खाते में 22 सीटें आई हैं. 27 साल बाद भाजपा की दिल्ली की सत्ता में वापसी हुई है.

एफएम/एकेजे