नई दिल्ली, 10 फरवरी . दिल्ली की सत्ता पर 10 साल से काबिज आम आदमी पार्टी को दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में भाजपा के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा है. 2015 में 67 सीट, 2020 में 62 सीट जीतने वाली आम आदमी पार्टी 2025 के चुनाव में महज 22 सीटों पर सिमट गई. भाजपा दिल्ली में 27 साल बाद सरकार बनाने जा रही है. इस विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने कुछ ऐसी सीट भी गंवाई, जिसे लेकर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को भरोसा था कि यहां से पार्टी को जीत जरूर मिलेगी. विकासपुरी विधानसभा सीट उनमें से एक थी.
विकासपुरी विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी महेंद्र यादव को भाजपा के प्रत्याशी से करारी हार का सामना करना पड़ा.
न्यूज एजेंसी से बातचीत के दौरान पूर्व विधायक महेंद्र यादव ने कहा कि देखिए हम लोगों ने पूरी ईमानदारी के साथ चुनाव लड़ा. लेकिन, ईमानदारी हार गई और झूठ जीत गया. मैं यह भी समझता हूं कि जो कुछ भी हुआ, उसके पीछे कई कारण थे, लेकिन लोग बदलाव चाहते थे और उन्होंने बदलाव किया. मैंने अपनी ओर से भी लोगों की इच्छा पूरी करने की भरपूर कोशिश की. लेकिन, जनता ने जब बदलाव का मन बना लिया था तो क्या कर सकते हैं. आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की जनता से जो वादे किए थे वह पूरे किए हैं, जैसे बिजली, पानी, सड़क, नालियां और सीवर.
महेंद्र यादव ने कहा कि मैं अपनी विधानसभा के रहने वाले लोगों से कहना चाहता हूं कि किसी को घबराने की जरूरत नहीं है. मैं उनके साथ खड़ा हूं. दिल्ली में भाजपा सरकार बनाने जा रही है. भाजपा ने जो चुनावी वादे किए थे, अब उसे पूरा करने का समय आ गया है. होली का त्योहार नजदीक है. 500 रुपये में गैस सिलेंडर देने का वक्त आ गया है. इसके अलावा महिलाओं को 2500 रुपये प्रतिमाह सहित कई वादे थे, जो अब उन्हें पूरे करने होंगे.
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डीकेएम/