नई दिल्ली, 16 सितंबर . आम आदमी पार्टी (आप) ने स्पष्ट कर दिया है कि वह 18 से 22 सितंबर तक होने वाले संसद के विशेष सत्र के दौरान आतंकवाद से जुड़े मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल करेगी, जिसके कारण तीन बहादुर सैनिक शहीद हो गए.
से बात करते हुए ‘आप’ के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि वह जम्मू के अनंतनाग में कोकेरनाग में मुठभेड़ के दौरान अपनी जान गंवाने वाले तीन बहादुर सैनिकों की शहादत का मुद्दा उठाएंगे.
सिंह ने कहा कि स्निफर डॉग ने भी देश की सेवा में अपनी जान दे दी, लेकिन भाजपा को नहीं पता कि देश की रक्षा कैसे करनी है.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने दावा किया था कि उन्होंने आतंकवाद को खत्म कर दिया है, लेकिन सच्चाई यह है कि कुछ भी खास बदलाव नहीं हुआ है और पाकिस्तान लगातार आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है. उन्होंने संकेत दिया कि वह पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का मुद्दा भी उठाएंगे.
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि ‘आप’ अपने राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा की सदस्यता रद्द करने का मुद्दा उठाएगी.
संजय सिंह ने कहा, “मैं और पार्टी के अन्य सांसद आतंकवाद और अन्य चिंताओं का मुद्दा उठाएंगे. अगर राघव चड्ढा की सदस्यता बहाल हो जाती है, तो वह भी इस मुद्दे को संबोधित करने में हमारे साथ शामिल होंगे.”
पार्टी पीआरओ रीना गुप्ता ने को बताया कि विशेष सत्र चिंता के राष्ट्रीय मुद्दों से भागने की मोदी सरकार की रणनीति के अनुरूप पूरी तरह से बकवास होगा.
रीना गुप्ता ने कहा, “हमारे सांसद संजय सिंह और राघव चड्ढा मानसून सत्र में लोगों के मुद्दे उठाने के कारण निलंबित रहेंगे, लेकिन उनके निलंबन के बावजूद, हम सीईसी नियुक्ति विधेयक का कड़ा विरोध करने जा रहे हैं क्योंकि हम मोदी सरकार को चुनाव आयोग के संवैधानिक रूप से स्वीकृत अधिकार और तटस्थता को कुचलने की अनुमति नहीं दे सकते. हम अडानी मामले में जेपीसी जांच की भी मांग करने जा रहे हैं, क्योंकि हालिया ओसीसीआरपी रिपोर्ट से सेबी द्वारा की गई कमजोर जांच का खुलासा हुआ है.”
उन्होंने कहा कि बढ़ती महंगाई और रिकॉर्ड बेरोजगारी के मुद्दे पर वे सरकार से एक विशिष्ट कार्य योजना मांगने जा रहे हैं, जो 2024 के लिए भाजपा के चुनाव अभियान को शुरू करने के लिए विशेष सत्र का उपयोग करना चाहती है.
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पीके/एबीएम