‘आप’ सरकार ने दलित समाज के महापौर के खा लिए छह महीने, आगामी चुनाव में जनता करेगी खारिज : सरदार राजा इकबाल सिंह

नई दिल्ली, 17 अक्टूबर . आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को एमसीडी में सत्तारूढ़ दल से महापौर का चुनाव कराने और यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि दलित समुदाय का कोई सदस्य सत्ता में आए. इसको लेकर सियासत गरमा गई है. दिल्ली नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष और पूर्व महापौर सरदार राजा इकबाल सिंह ने आम आदमी पार्टी पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाया है.

सरदार राजा इकबाल सिंह ने कहा कि डीएमसी एक्ट में स्पष्ट लिखा है कि नगर निगम के तीसरे कार्यकाल में एक दलित समाज का आदमी महापौर बनेगा. ऐसे में केजरीवाल के बयान का क्या मतलब है. वह केवल ड्रामेबाज हैं. एक अप्रैल को दलित समाज का आदमी महापौर की कुर्सी पर बैठ जाना चाहिए था, लेकिन आप इलेक्शन ही नहीं करवा रहे हैं. आतिशी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठी हैं, लेकिन वह एलजी को नहीं कह रही हैं कि वह मेयर का इलेक्शन कराएं. आम आदमी पार्टी की नियत ही नहीं है कि मेयर का इलेक्शन हो.

उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल की सरकार ने दलित समाज के महापौर के छह महीने खा लिए हैं अब 2025 में 31 मार्च को नए मेयर की नियुक्ति होगी. अभी तक आप ने मेयर के इलेक्शन नहीं करवाए हैं. मैं पूछना चाहता हूं कि इलेक्शन के लिए आप को मना कौन कर रहा है. आम आदमी पार्टी दलित समाज को पसंद नहीं करती है. आप चाहते हैं क‍ि भ्रष्ट महापौर बैठी रहेंं, और आप लोग भ्रष्टाचार करते रहें. आप केवल ड्रामेबाजी कर लोगों को गुमराह कर रही है, लेकिन अब दिल्ली की जनता समझ चुकी है. आने वाले विधानसभा चुनाव में उनको सबक सिखाएगी.

दरअसल केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि अनुसूचित जाति समुदाय को उसके अधिकारों से वंचित करने की भाजपा की साजिश के कारण चुनाव लंबित हैं. दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एमसीडी की मेयर शैली ओबरॉय को पत्र लिखकर मेयर चुनाव कराने की मांग की है. केजरीवाल की मांग है कि जल्द चुनाव करवाकर एससी समाज को उनका हक दिया जाए.

607 सफाई कर्मचारियों को नियमित करने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मेयर शेली ओबेरॉय ने जनता के नाम केजरीवाल का एक पत्र पढ़ा. इसमें कहा गया कि ‘आप’ चाहती है कि तुरंत चुनाव कराए जाएं.

केजरीवाल ने कहा, “इस साल (एमसीडी में आप का तीसरा कार्यकाल) दिल्ली नगर निगम में एससी समुदाय से मेयर चुना जाना था. जेल से बाहर आने के बाद मुझे पता चला कि एक साजिश के तहत उन्होंने मेरी पीठ पीछे मेयर का चुनाव भी नहीं कराया. उन्होंने जानबूझकर एससी समुदाय के लोगों के अधिकारों को छीना. इसे किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि तुरंत मेयर के चुनाव कराएं और सुनिश्चित करें कि एससी समुदाय को उसका अधिकार मिले.”

एकेएस/