नई दिल्ली, 11 जनवरी . दिल्ली शराब नीति को लेकर कांग्रेस नेता अनिल चौधरी ने दिल्ली सरकार और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि इससे दिल्ली सरकार को 2,026 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है और यह मामले को भ्रष्टाचार का गहरा मामला करार दिया. इस पर कांग्रेस नेता अनिल चौधरी ने कहा कि जब भ्रष्टाचार की बात आती है तो वे कहते हैं कि उन्हें फंसाया गया. मैं पूछता हूं, अगर उन्हें फंसाया गया, तो क्यों उन्होंने शराब नीति में 25 साल से 21 साल की उम्र तक के युवाओं को शराब पीने का अधिकार दिया? क्यों चौक-चौराहों पर शराब के ठेके खोले गए? यह सब किसके दबाव में हुआ? केजरीवाल इस पर अब तक कोई जवाब नहीं देते.
चौधरी ने से बात करते हुए कहा, “यह पूरी तरह से भ्रष्टाचार का मामला है और आज सीएजी की रिपोर्ट ने इस पर एक मुहर लगा दी है. सवाल यह है कि शराब माफिया को जो दिल्ली बेची गई, उस पर केजरीवाल आज तक एक शब्द क्यों नहीं बोलते? जब भ्रष्टाचार की बात आती है तो वे कहते हैं कि उन्हें फंसाया गया. मैं पूछता हूं, अगर उन्हें फंसाया गया, तो क्यों उन्होंने शराब नीति में 25 साल की जगह 21 साल की उम्र तक के युवाओं को शराब पीने का अधिकार दिया? क्यों चौक-चौराहों पर शराब के ठेके खोले गए? यह सब किसके दबाव में हुआ? केजरीवाल इस पर अब तक कोई जवाब नहीं देते.”
उन्होंने यह भी सवाल उठाया, ” सरकार ने क्यों ‘ड्राई डे’ हटाया और साल के 365 दिनों में 362 दिन शराब बेचने का निर्णय लिया. यह सब शराब माफिया के दबाव में किया गया. यह पूरी तरह से एक षड्यंत्र था, जिसे हमने उजागर किया.”
चौधरी ने भाजपा पर भी निशाना साधते हुए कहा, “बीजेपी ने इस मुद्दे पर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया. 200 से ज्यादा निगम पार्षद, 8 एमएलए और तत्कालीन सांसद भाजपा के साथ थे. फिर क्यों किसी ने इस भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज नहीं उठाई? यह साफ है कि भाजपा भी कहीं न कहीं इस भ्रष्टाचार में शामिल थी.”
आगे उन्होंने आम आदमी पार्टी नेताओं से सवाल किया, “जब यह आबकारी नीति बदली जा रही थी तो 25 साल से 21 साल की उम्र के बीच बदलाव क्यों किया गया? क्या यह भाजपा ने किया था? क्या यह भाजपा का दबाव था कि शराब को 24 घंटे ऑनलाइन बेचा जाए और महिलाओं के लिए ‘पिंक’ शराब के ठेके खोले जाएं?”
चौधरी ने कहा कि केजरीवाल ने शराब माफिया को दिल्ली में नई पहचान दी, जो अब नशे की राजधानी के रूप में पहचानी जा रही है. अगर चेहरा ही सवाल है, तो हम गर्व से कह सकते हैं कि आम आदमी पार्टी के पास एक बेईमान चेहरा है, जिसने दिल्ली को बेच दिया.
उन्होंने केजरीवाल के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी जिसमें उन्होंने भाजपा और कांग्रेस के पास दिल्ली में चेहरा न होने की बात की थी. चौधरी ने कहा, “दिल्ली में कांग्रेस के पास विजन और इतिहास है, जो दिल्ली को बनाने का काम करेगी. अरविंद केजरीवाल का पाप का घड़ा अब फूट रहा है, और इसीलिए वे विचलित हो गए हैं और कांग्रेस पर अनावश्यक आरोप लगा रहे हैं.”
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पीएसएम/एबीएम