नई दिल्ली, 27 दिसंबर . दिल्ली में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर तमाम राजनीतिक पार्टियों ने चुनावी अभियान की शुरुआत कर दी है. इस चुनाव को लेकर जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने शुक्रवार को से बातचीत की.
उन्होंने दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के भविष्य पर चर्चा करते हुए कहा कि इंडिया ब्लॉक बनने के साथ ही बिखर गया था. देश में तीन राज्यों के चुनाव हुए. मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ समाजवादी पार्टी की नाराजगी नजर आई. इसके बाद लोकसभा चुनाव में हम लोगों ने देखा कि केरल में कांग्रेस और लेफ्ट अलग-अलग लड़ी. बंगाल में लेफ्ट, टीएमसी और कांग्रेस एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़े थे. पंजाब में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस एक दूसरे के खिलाफ लड़े और यह सिलसिला जारी रहा.
हरियाणा के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने अलग-अलग चुनाव लड़ा. लोकसभा के चुनाव में ये दिल्ली की सात लोकसभा सीटों पर साथ में चुनाव लड़े. उन्होंने कहा कि कागज पर यह एक ऐसी उकेरी हुई तस्वीर है, जिसका कोई अस्तित्व नहीं है. मैं समझता हूं कि दिल्ली के चुनाव में ‘आप’ का बुरा हाल होने वाला है और कांग्रेस साफ होने वाली है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता के आगे आप-कांग्रेस की असफलता के बीच काफी गहरा अंतर है.
दिल्ली के विधानसभा चुनाव 2015-2020 में जेडीयू ने भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था. क्या जेडीयू 2025 का चुनाव लड़ेगी. जब इस पर उनसे प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा कि बातचीत चल रही है. आगे का निर्णय शीर्ष नेतृत्व लेगा. अभी इससे ज्यादा इस विषय पर कुछ नहीं कह सकते हैं.
उल्लेखनीय है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी ने सभी 70 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं. कांग्रेस ने भी अपने उम्मीदवारों की दो लिस्ट जारी कर दी है. हालांकि, भाजपा की ओर से चुनाव के लिए प्रत्याशियों की लिस्ट जारी नहीं की गई है.
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डीकेएम/