नई दिल्ली, 8 सितंबर . हरियाणा विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा चर्चा आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर हो रही है. इसी बीच आप विधायक सोमनाथ भारती ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स के जरिए सवाल उठाए हैं. इस पर राजनीति बयानबाजी जारी है.
केंद्रीय राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा ने कहा कि मुझे हंसी इस बात पर आ रही है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस स्वार्थी नहीं थी. जो कल तक साथ थे, वो आज स्वार्थी हो गए, कल तक नहीं थे. कल लग रहा था गठबंधन हो जाएगा. अब विरोध के स्वर उठने लगे हैं. आप और कांग्रेस दोनों स्वार्थी लोगों की पार्टी है. इनका आपस में स्वार्थ टकरा तो रहा ही है. लेकिन, जनता के प्रति भी यह लोग स्वार्थी हो गए हैं.
उन्होंने आगे कहा कि इनको जो काम जनता के लिए करना चाहिए, वह करते नहीं हैं. बीते दस सालों से दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार है. केजरीवाल साहब की सरकार है. लेकिन, सब जानते हैं कि दिल्ली का क्या हाल है. निगम में इनके मेयर होने के बाद भी दिल्ली में कूड़ा पड़ा हुआ है. लोकसभा चुनाव में दिल्ली में गठबंधन कर लिया तो पंजाब में नहीं किया. इन दोनों दलों का दिल इसलिए मिल रहा है क्योंकि ये दोनों भ्रष्टाचारी पार्टी हैं. यह झूठे लोगों का झूठा गठबंधन है. अगर गठबंधन हो गया तो यह स्वार्थी नहीं रह जाएंगे. सोमनाथ भारती को बताना चाहिए कि वो कांग्रेस के साथ दिल्ली में भी गठबंधन करेंगे या नहीं.
दरअसल, हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के बीच गठबंधन लगभग तय माना जा रहा है. इससे पहले ही ‘आप’ के अंदर नाराजगी देखने को मिल रही है. सोमनाथ भारती ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर प्रतिक्रिया दी है.
उन्होंने लिखा, “हरियाणा में आप-कांग्रेस गठबंधन पर मुहर लगने से पहले आम आदमी पार्टी को मूल्यांकन करना चाहिए क्योंकि लोकसभा चुनाव के दौरान दिल्ली में ऐसा ही गठबंधन किया गया था. मेरे राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने लोकसभा चुनाव में तीनों कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए रोड शो किए, वहीं आप के वरिष्ठ नेताओं और कैबिनेट मंत्रियों ने तीनों कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया. लेकिन, आप उम्मीदवारों, खासकर मुझे, दिल्ली कांग्रेस और स्थानीय नेताओं से बिल्कुल भी समर्थन नहीं मिला. दिल्ली कांग्रेस प्रमुख सरदार अरविंदर सिंह लवली समेत कई कांग्रेसी नेता चुनाव प्रचार के बीच में ही कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए.”
उन्होंने आगे लिखा, “वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजय माकन ने मिलने से भी इनकार कर दिया, मालवीय नगर से जितेन्द्र कोचर जैसे स्थानीय नेताओं ने इस गठबंधन के खिलाफ काम किया और कथित तौर पर पैसे के लिए भाजपा के सांसद उम्मीदवार के लिए वोट मांगे. हमारे संसदीय क्षेत्रों में कांग्रेस के वोटों को हमारे पक्ष में मजबूत करने के लिए राहुल गांधी, प्रियंका गांधी या मल्लिकार्जुन खड़गे की तरफ से कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं किया गया था. आप के समर्थक इस तरह के बेमेल और स्वार्थी गठबंधन के पक्ष में नहीं हैं और आप को हरियाणा, पंजाब और दिल्ली में सभी सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ना चाहिए.”
उन्होंने लिखा, “हरियाणा बीजेपी अपनी मृत्यु शैया पर है, कांग्रेस बड़े पैमाने पर अंदरूनी झगड़ों का सामना कर रही है और सीएम केजरीवाल का गृह राज्य हरियाणा है. आप को हरियाणा में पहली गैर-भाजपाई और गैर-कांग्रेसी ईमानदार सरकार देने के लिए अपने दम पर सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए. हमें नहीं भूलना चाहिए कि जिस काल्पनिक शराब घोटाले ने भाजपा को हमारे नेताओं को महीनों और सालों तक गिरफ्तार रखने का कारण दिया, उसकी साजिश अजय माकन ने ही रची थी और उसे सख्ती से आगे बढ़ाया था. जब आप को हराने की बात आती है, तो भाजपा और कांग्रेस दोनों ही खुलेआम या चुपके एक साथ काम करते हैं.”
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एकेएस/एबीएम