नई दिल्ली, 10 मार्च . आम आदमी पार्टी ने अपने संगठन को पुनर्गठित करने और कार्यकर्ताओं को राष्ट्र नायकों की विचारधारा से जोड़ने के उद्देश्य से बड़े फैसले लिए हैं. इसी क्रम में, पार्टी 23 मार्च को शहीद भगत सिंह के शहीदी दिवस पर ‘एक शाम शहीदों के नाम’ कार्यक्रम का आयोजन करेगी.
यह दिल्ली चुनाव के बाद पार्टी का पहला बड़ा आयोजन होगा, जिसमें सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल होंगे, ताकि उनमें नई ऊर्जा का संचार हो सके. इसके अलावा, 14 अप्रैल को डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर भी ऐसा ही कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. बाद में, इसे सभी विधानसभा क्षेत्रों तक विस्तारित किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक लोग भगत सिंह और बाबा साहेब अंबेडकर की विचारधारा से जुड़ सकें.
दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय के नेतृत्व में पार्टी मुख्यालय में सोमवार को एक बैठक हुई, जिसमें प्रदेश और फ्रंटल संगठनों के पदाधिकारी, जिलाध्यक्ष, जिला सचिव समेत अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद थे. बैठक में संगठन के पुनर्गठन और विचारधारा को केंद्र में रखकर कार्यकर्ताओं को तैयार करने का निर्णय लिया गया.
गोपाल राय ने कहा, “23 मार्च को पार्टी मुख्यालय पर ‘एक शाम शहीदों के नाम’ कार्यक्रम आयोजित होगा. इस कार्यक्रम के जरिए हम शहीद भगत सिंह के विचारों को जन-जन तक पहुंचाएंगे. इसी तरह, 14 अप्रैल को बाबा साहेब की जयंती पर भी एक बड़ा आयोजन होगा, जिसके बाद इसे सभी विधानसभा क्षेत्रों में किया जाएगा.”
गोपाल राय ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली में सरकार बदलते ही भाजपा ने सरकारी कार्यालयों से बाबा साहेब और भगत सिंह की तस्वीरें हटा दीं.
उन्होंने कहा, “भाजपा यह स्पष्ट संकेत दे रही है कि वह सिर्फ अपने नेताओं को सर्वोपरि मानती है और हमारे राष्ट्र नायकों की विचारधारा को गौण समझती है. आम आदमी पार्टी इस मानसिकता का विरोध करेगी और राष्ट्र नायकों की विचारधारा को जनता तक पहुंचाएगी.”
संगठन के पुनर्गठन पर बात करते हुए गोपाल राय ने कहा कि सभी विधानसभा क्षेत्रों से फीडबैक लिया जा रहा है. 15 मार्च तक यह प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी और इसके आधार पर संगठन में बड़े स्तर पर बदलाव किए जाएंगे.
उन्होंने कहा, “हम संगठन का गहराई से मूल्यांकन कर रहे हैं. जिन पदाधिकारियों की रिपोर्ट नकारात्मक होगी, उन्हें बदला जाएगा और नए लोगों को जिम्मेदारी दी जाएगी.”
गोपाल राय ने स्पष्ट किया कि आम आदमी पार्टी विपक्ष की भूमिका केवल सदन में ही नहीं, बल्कि सड़कों पर भी निभाएगी. पार्टी राष्ट्र नायकों की विचारधारा और मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए अभियान चलाएगी, ताकि भाजपा की विचारधारा के विरुद्ध लोगों को जागरूक किया जा सके.
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पीकेटी/