आम आदमी पार्टी दिल्ली की जनता के साथ डिजिटल फ्रॉड कर रही है : प्रवेश वर्मा

नई दिल्ली, 29 दिसंबर . दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले सियासी बयानबाजियां तेज हो गई है. तमाम दलों के नेता एक दूसरे दल पर हमलावर नजर आ रहे हैं. इसी कड़ी में रविवार को भाजपा के पूर्व सांसद प्रवेश वर्मा ने आम आदमी पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने दावा किया कि आम आदमी पार्टी दिल्ली की जनता, खासकर महिलाओं के साथ डिजिटल फ्रॉड कर रही है.

भाजपा के पूर्व सांसद प्रवेश वर्मा ने से बात करते हुए दावा किया कि कुछ महिलाओं ने शिकायत की है कि उनके मोबाइल नंबर पूछा गया और फिर ओटीपी आया और जैसे ही उन्होंने ओटीपी डाला, उनके बैंक खातों से पैसे निकल गए. उन्होंने इसे एक बड़ा साइबर फ्रॉड बताते हुए कहा कि यह एक बड़ा स्कैम है जो आम आदमी पार्टी के लोग चुनाव जीतने के लिए चला रहे हैं. महिलाओं के खाते से पैसे निकालकर वह चुनाव लड़ना चाहते हैं. इस मामले की जांच की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि यह बहुत बड़ा फ्रॉड है. पंजाब की महिलाएं तीन साल से अपनी राशि के लिए इंतजार कर रही हैं, लेकिन अब तक उन्हें उनका पैसा नहीं मिला. अगर इस स्कैम में कोई शामिल है, तो उसे कड़ी सजा मिलनी चाहिए.

पूर्व सांसद ने दिल्ली के एलजी द्वारा आम आदमी पार्टी की 2100 रुपये वाली महिला सम्मान योजना की जांच के आदेश देने पर भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस योजना को सरकारी योजना बताया, लेकिन दिल्ली सरकार के विभाग ने इसे पूरी तरह से खारिज किया. अगर यह सरकारी योजना होती, तो सरकार खुद इसका पोर्टल बनाती और रजिस्ट्रेशन करती. लेकिन हम देख रहे हैं कि आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता लोगों से उनके मोबाइल नंबर और ओटीपी मांगकर पैसे निकाल रहे हैं. यह पूरी योजना धोखाधड़ी पर आधारित है और इस मामले की जांच होनी चाहिए.

रोहिंग्या मुद्दे पर भी वर्मा बोले. उन्होंने कहा, दिल्ली पुलिस द्वारा दक्षिण पश्चिम जिले में पुलिस द्वारा अभियान चलाकर 8 बांग्लादेशी नागरिकों की गिरफ्तारी पर उन्होंने कहा कि भाजपा काफी समय से यह मुद्दा उठाती रही है कि दिल्ली में बांग्लादेशी और रोहिंग्या की बहुत बड़ी संख्या में मौजूदगी है. इन नागरिकों के आने के रास्तों की जांच होनी चाहिए. जब पुलिस इन अवैध प्रवासियों को पकड़ती है, तो आम आदमी पार्टी के नेता, विधायक और कार्यकर्ता उन्हें बचाने के लिए आगे आते हैं.

आगे बोले, वह इन्हें ‘भारत के नागरिक’ बताकर पुलिस के खिलाफ आवाज उठाते हैं. उन्होंने दिल्ली पुलिस को बधाई देते हुए कहा कि पुलिस को इन अवैध नागरिकों की पूरी जांच करनी चाहिए, उनके पहचान पत्र की जांच करनी चाहिए और उन्हें देश से बाहर भेजना चाहिए. दिल्ली की सुरक्षा और शांति के लिए यह जरूरी है.

पीएसके/केआर