आम आदमी पार्टी ने पूछा सवाल, चुने हुए मुख्यमंत्री को जेल में डालने से लोकतंत्र मजबूत होता है या कमजोर?

नई दिल्ली, 22 सितंबर . दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को जंतर मंतर पर ‘जनता की अदालत’ कार्यक्रम में हिस्सा लिया. आम आदमी पार्टी की ओर से आयोजि‍त कार्यक्रम में अरविंद केजरीवाल के साथ दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी व अन्य मंत्री भी मौजूद थे. इसको लेकर आम आदमी पार्टी नेता जैस्मिन शाह ने से खास बातचीत की.

जैस्मिन शाह ने बताया कि अरविंद केजरीवाल ने जनता के सामने कहा कि अगर मैं ईमानदार हूं, तो ही मुझे वोट देना, वरना वोट नहीं देना. आप नेता ने कहा कि केजरीवाल ने आरएसएस और भाजपा से सवाल किया कि चुनी हुई सरकार के चुने हुए मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को जबरन सीबीआई और ईडी द्वारा केस कर जेल भेजा जा रहा है, तो इससे देश का लोकतंत्र मजबूत होगा या कमजोर.

जैस्मिन शाह ने कहा, “भाजपा में 75 साल की आयु के ऊपर के नेताओं को रिटायर कर दिया जाता है. इसके तहत लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को रिटायरमेंट दे दिया गया, तो क्या यह कानून प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लागू नहीं होता? इससे मोहन भागवत सहमत हैं या नहीं? लोकसभा चुनाव से पहले कहा गया था कि भाजपा को आरएसएस की कोई जरूरत नहीं है, इसका जवाब मोहन भागवत को देना चाहिए.”

बता दें कि दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रविवार को ‘जनता की अदालत में’ जंतर मंतर पर पहुंचे थे. ‘आप’ की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री आतिशी समेत पार्टी के सभी मंत्री मौजूद रहे. केजरीवाल को हाल ही में कथित शराब नीति घोटाला मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली है.

दूसरी तरफ, भाजपा ने जंतर मंतर से थोड़ी दूर पर कनॉट प्लेस में अरविंद केजरीवाल और दिल्ली सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया. इस विरोध प्रदर्शन में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री के सरकारी आवास को शीश महल नाम देते हुए एक प्रदर्शनी लगाई गई है. दिल्ली के कथित शराब घोटाले, बिजली की दरों में बढ़ोतरी और दिल्ली में प्रदूषण की समस्या को लेकर भी भाजपा लोगों को जागरूक कर रही है.

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