नई दिल्ली, 23 जनवरी . उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव के रण में उतरे. उनकी पहली जनसभा किराड़ी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार बजरंग शुक्ला, दूसरी करोल बाग से दुष्यंत गौतम और तीसरी जनसभा जनकपुरी से प्रत्याशी आशीष सूद के पक्ष में हुई. यहां आम आदमी पार्टी (आप) और अरविंद केजरीवाल उनके निशाने पर रहे.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में मैंने अपने 54 सदस्यीय मंत्रिमंडल के साथ प्रयागराज में संगम पर स्नान किया, क्या आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल भी अपनी टीम के साथ यमुना जी में स्नान कर सकते हैं. यमुना मैया को गंदे नाले के रूप में बदलने का अपराध करने वाले को जनता-जनार्दन की अदालत में माफी नहीं दी जानी चाहिए.
उन्होंने सात-आठ वर्षों में बदले यूपी की भी चर्चा की. मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी (पौष पूर्णिमा) से 23 जनवरी तक 10 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम स्नान किया. वहां शानदार सड़कें, बिजली, रेल व हवाई जहाज की बेहतर कनेक्टिविटी है. कहीं गंदगी नहीं मिलेगी. यूपी व केंद्र सरकार ने मिलकर महाकुंभ के महाआयोजन में 7,500 करोड़ रुपये खर्च किए, लेकिन इससे यूपी की अर्थव्यवस्था में दो लाख करोड़ से अधिक की वृद्धि होने वाली है. लाखों नौजवानों के लिए रोजगार का सृजन होने वाला है.
उन्होंने कहा कि दिल्ली की दुर्गति करने का सबसे बड़ा अपराधी अरविंद केजरीवाल नाम का जीव है. एमडीएमसी के क्षेत्र को छोड़ दें तो शेष दिल्ली में सड़क, सीवर, स्वच्छता व पेयजल की स्थिति बदतर है. पता नहीं चल रहा कि यहां सड़क पर गड्ढा है या गड्ढे में सड़क. कूड़ा, गंदगी का ढेर पड़ा है, सीवर सड़कों पर बह रहा है. पेयजल के भीषण संकट आने पर टैंकर माफिया हावी हो जाते हैं. दिल्ली सरकार के पाप के कारण मथुरा व वृंदावन के संतों-श्रद्धालुओं को दुर्दशा उठानी पड़ती है. जब भी मां यमुना की स्वच्छता की बात आई तो केजरीवाल एंड कंपनी ने सहयोग नहीं दिया.
सीएम योगी ने कहा कि आम आदमी पार्टी सुबह होते ही सोशल मीडिया पर झूठे पोस्ट, झूठी फिल्मों का प्रदर्शन, झूठे वक्तव्य देती है. आम आदमी पार्टी व उसके नेता जितना समय झूठ बोलने के एटीएम के रूप में बर्बाद करते हैं, उतना यदि जनसुविधा व विकास के बारे में सोचते तो दस वर्ष में दिल्ली बदल गई होती, लेकिन इन लोगों ने दिल्ली को कूड़ा घर बना दिया है. अरविंद केजरीवाल भाषणों में उत्तर प्रदेश की चर्चा कर रहे हैं, लेकिन उन्हें जानना चाहिए कि लोग उत्तर प्रदेश को अब मॉडल के रूप में देख रहे हैं. दिल्ली में ओखला औद्योगिक क्षेत्र हैं, लेकिन दस वर्ष में यहां उद्योग न के बराबर लगे. उत्तर प्रदेश के न्यू ओखला के रूप में नोएडा की तस्वीर सबके सामने है. दिल्ली और नोएडा, गाजियाबाद की सड़कों में जमीन-आसमान का अंतर नजर आएगा. दिल्ली से पलायन करके लोग नोएडा व ग्रेटर नोएडा में बस रहे हैं. यूपी के शिक्षण संस्थानों, मेडिकल कॉलेज व दिल्ली सरकार के जर्जर स्कूली भवनों को देखें, हकीकत पता चल जाएगी.
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि इन लोगों ने राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ भी खिलवाड़ किया. 2020 में दिल्ली के अंदर दंगे कराए गए. इसमें आम आदमी पार्टी के विधायकों व पार्षदों की संलिप्तता आई थी. शाहीनबाग में भी इन्होंने दंगा कराया. जिसने अपने गुरु अन्ना हजारे को धोखा दिया, वह जनता-देश को भी धोखा दे रहा है. केजरीवाल समेत कई मंत्रियों को जेल जाना पड़ा. आम आदमी पार्टी कह रही है कि बिजली दी है. एमडीएमसी का क्षेत्र जहां 24 घंटे बिजली मिलती है, वह गृह मंत्रालय व शहरी विकास मंत्रालय के अंतर्गत आता है. मेरठ से गाजियाबाद की बिजली पश्चिमांचल विद्युत वितरण यूपी पॉवर कॉरपोरेशन करता है. यहां बिजली 5.24 रुपये प्रति यूनिट मिलती है, लेकिन दिल्ली में 9 से 10 रुपये में मिलती है. दिल्ली की बिजली सबसे महंगी है, फिर भी यहां कटौती बहुत अधिक है, जबकि हम 24 घंटे बिजली दे रहे हैं.
सीएम ने कहा कि पंजाब की बहनों ने आम आदमी पार्टी कार्यालय और केजरीवाल के घर का घेराव किया. वे कह रही हैं कि इन लोगों ने पंजाब में सरकार बनाने पर एक हजार रुपये हर महिला को देने का वायदा किया था, लेकिन दिया नहीं. यह मुल्लों और मौलवी को पहले से मानदेय देकर दिल्ली की आर्थिक स्थिति बदहाल कर चुके हैं, कई महीनों से मानदेय न मिलने पर वे हो-हल्ला करने लगे. अब कहते हैं कि पुजारियों को भी देंगे. यहां आम आदमी पार्टी ने भत्ता व मानदेय देने की बात करते समय बौद्ध मठों से जुड़े भंते, भगवान वाल्मीकि समुदाय से जुड़े संत और रविदासी परंपरा से जुड़े मंदिर के पुजारियों को छोड़ दिया. यह उनके एजेंडे में नहीं हैं. इनकी तुष्टिकरण, बांटो और राज करो की पॉलिसी अभी भी चल रही है. यह लोग भत्ते व मानदेय में भी भेदभाव कर रहे हैं.
सीएम ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी के नेताओं के घर में आधार कार्ड बनाने की मशीन के जरिए बांग्लादेशी घुसपैठियों को आधार कार्ड बांटे जाते हैं. इन लोगों ने हर महत्वपूर्ण स्थलों पर बांग्लादेशी घुसपैठियों को बसाया. दो वर्ष पहले जामिया मिलिया व आसपास के क्षेत्रों में यूपी सरकार के सिंचाई विभाग की सैकड़ों एकड़ जमीन पर इनके विधायकों व पार्षदों ने बांग्लादेशी घुसपैठियों को बसाने का कार्य किया. मैंने दो-तीन बार बात करने का प्रयास किया, लेकिन जब इन लोगों ने जबर्दस्ती की तो मैंने उत्तर प्रदेश से बुलडोजर भेजकर अपनी सरकारी जमीन खाली करवाई और बैरिकेड करके यूपीपीएसी को तैनाती दी. हम यहां दिल्ली की जनता की सुविधा के लिए जमीन उपलब्ध कराएंगे, लेकिन विदेशी घुसपैठियों को एक इंच जमीन नहीं देंगे.
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एसके/एबीएम