नई दिल्ली, 22 अक्टूबर . सिंगापुर के रक्षा मंत्री डॉ. एनजी इंग हेन ने मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की. एनजी इंग हेन ने मंगलवार को ही नई दिल्ली में छठी भारत-सिंगापुर रक्षा मंत्री स्तरीय वार्ता की सह-अध्यक्षता भी की. इसमें शामिल होने आए सिंगापुर के रक्षा मंत्री 23 अक्टूबर तक भारत की यात्रा पर हैं.
राष्ट्रपति भवन में डॉ. हेन का स्वागत करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और सिंगापुर के मध्य द्विपक्षीय सहयोग का एक समृद्ध इतिहास है, जिसे प्रधानमंत्री मोदी की हाल की सिंगापुर यात्रा और भारत-सिंगापुर मंत्रिस्तरीय गोलमेज सम्मेलन के दूसरे दौर के समापन से और मजबूती मिली है.
उन्होंने कहा कि उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि यह रिश्ता व्यापक रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ गया है. राष्ट्रपति ने प्रथम आसियान-भारत समुद्री अभ्यास की सफलतापूर्वक सह-मेजबानी करने के लिए सिंगापुर को बधाई दी. इसके साथ ही उन्होंने संयुक्त अभ्यास की आगामी श्रृंखला के लिए दोनों पक्षों के सशस्त्र बलों को भी शुभकामनाएं दी.
राष्ट्रपति ने रक्षा क्षेत्र में नवीनतम विशेषज्ञता और तकनीकी प्रगति का लाभ उठाने के लिए दोनों देशों के रक्षा आरएंडटी दलों के बीच घनिष्ठ सहयोग की आवश्यकता पर भी ध्यान दिया. इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सिंगापुर के रक्षा मंत्री ने नई दिल्ली में छठी भारत-सिंगापुर रक्षा मंत्री स्तरीय वार्ता की. दोनों देशों के मंत्रियों ने शांति, स्थिरता और सुरक्षा पर द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को स्वीकार किया. भारत और सिंगापुर के सशस्त्र बलों के बीच भी नियमित बातचीत हुई है. दोनों देश रक्षा उपकरणों के सह-विकास और सह-उत्पादन शुरू करने के लिए स्वाभाविक भागीदार हैं. दोनों पक्ष उद्योग सहयोग बढ़ाने पर सहमत हैं.
गौरतलब है कि एक ओर जहां सिंगापुर के रक्षा मंत्री ने राष्ट्रपति से मुलाकात की व रक्षा मंत्री से वार्ता की, वहीं दूसरी ओर सिंगापुर की वायु सेना भारत में संयुक्त अभ्यास भी कर रही है. भारत और सिंगापुर ने पश्चिम बंगाल में ‘ज्वाइंट मिलिट्री ट्रेंनिंग’ शुरू की है. यह ट्रेनिंग सोमवार से प्रारंभ हो चुकी है. इस युद्धाभ्यास के दौरान दोनों देशों की वायु सेनाएं हवाई युद्ध सिमुलेशन व युद्ध की तैयारी से जुड़े महत्वपूर्ण अभ्यास करेंगी. सिंगापुर, अपनी अब तक की सबसे बड़ी टुकड़ी के साथ इस अभ्यास में भाग ले रहा है.
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जीसीबी/एबीएम