अमरावती, 18 अगस्त . आंध्र प्रदेश Police ने श्री सत्य साईं जिले में Pakistan समर्थित social media ग्रुपों से सक्रिय रूप से जुड़े एक शख्स को गिरफ्तार किया है.
Police अधीक्षक (एसपी) वी. रत्ना ने Sunday को प्रेस वार्ता कर बताया कि कोतवाल नूर मोहम्मद को धर्मावरम कस्बे से गिरफ्तार किया गया.
उन्होंने बताया कि बीएनएस और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) की कठोर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
एसपी ने बताया कि आरोपी पर विभिन्न ग्रुपों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने और देश की संप्रभुता और अखंडता के लिए हानिकारक गतिविधियों में लिप्त होने का मामला दर्ज किया गया है.
एसपी के अनुसार, वह प्रतिबंधित संगठनों के छह व्हाट्सएप ग्रुपों का सदस्य है और Pakistan के 30 अन्य social media ग्रुप में भी एक्टिव था.
Police ने नूर मोहम्मद के संपर्क में रहने वाले एक अन्य व्यक्ति को भी हिरासत में लिया है और उससे पूछताछ कर रही है.
नूर मोहम्मद को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जहां उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. उसे कडप्पा जेल भेज दिया गया. नूर मोहम्मद कस्बे के एक होटल में चिकन बिरयानी बनाने का काम करता था. वह पिछले 15 सालों से कस्बे में रह रहा है.
Police को शुरू में संदेह था कि वह एक निष्क्रिय सदस्य है, लेकिन प्रारंभिक जांच से पता चला कि वह चरमपंथी विचारधारा को महिमामंडित करने के उद्देश्य से की जाने वाली चर्चाओं में सक्रिय भागीदार था.
Police ने आरोपी का मोबाइल फोन और एक किताब जब्त कर ली है, जिसमें उसने कथित तौर पर व्हाट्सएप ग्रुप से प्राप्त संदेश और जानकारी लिखी थी.
एसपी ने बताया कि जब्त किया गया मोबाइल उसके ‘डिजिटल फुटप्रिंट’ की जांच के लिए फॉरेंसिक प्रयोगशालाओं में भेज दिया गया है, ताकि उसके नेटवर्क का पता लगाया जा सके. उन्होंने इस संभावना से इनकार नहीं किया कि आरोपी ने श्री सत्य साईं जिले के बाहर भी भर्ती करने या हमदर्द के तौर पर काम किया हो.
काउंटर-इंटेलिजेंस द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर उसकी गिरफ्तारी की गई. पूछताछ में यह भी पता चला कि वह आतंकवादी संगठनों से प्रशिक्षण लेने के लिए तैयार था.
एसपी ने कहा कि यह घटना साबित करती है कि आतंकवादी संगठनों द्वारा स्थानीय स्तर पर युवाओं पर नकारात्मक प्रभाव डालने के लिए social media प्लेटफॉर्म का किस तरह से गलत इस्तेमाल और दुरुपयोग किया जा रहा है.
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एएसएच/डीकेपी