घाना में दिखी भारत की संस्कृति की झलक, भारतीय पोशाक में नजर आए अफ्रीकी सांसद

अकरा, 3 जुलाई . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का घाना में भव्य स्वागत हुआ. वहीं, अफ्रीकी सांसदों ने भारतीय पोशाक पहनकर सांस्कृतिक एकता और सम्मान व्यक्त किया. पीएम मोदी के ऐतिहासिक भाषण के दौरान घाना की संसद के दो सदस्य भारतीय पोशाक में नजर आए. दोनों सांसदों ने भारत और भारतीय संस्कृति के प्रति अपना लगाव दिखाया.

जब घाना की संसद के वर्तमान अध्यक्ष अल्बान सुमाना किंग्सफोर्ड बागबिन प्रधानमंत्री मोदी के भाषण के समापन पर टिप्पणी कर रहे थे तो उन्होंने देखा कि घाना के दो सांसद भारतीय पोशाक पहने हुए सदन में आए थे. जहां एक सांसद पगड़ी (पारंपरिक भारतीय टोपी) और बंद गले का सूट पहने हुए थे तो वहीं एक अन्य महिला सांसद ने अपनी भारतीय पोशाक दिखाने के लिए खड़े होकर प्रधानमंत्री मोदी समेत संसद के अन्य सदस्यों और नेताओं की खूब तालियां बटोरीं. महिला सांसद साड़ी पहनी हुई थीं.

बागबिन ने प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में साथी सांसदों की इस पहल की सराहना करते हुए कहा, “मैं मानता हूं कि ये सांसद भारत जाने के लिए उत्सुक हैं. मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि मैं आपकी यात्रा को मंजूरी दूंगा. मैं भारत और इसकी संस्कृति के प्रति अपने प्यार को दिखाने के लिए सदस्यों को धन्यवाद देता हूं.”

इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय पोशाक पहने घाना के दोनों सांसदों से मुलाकात की और उनसे हाथ मिलाया.

इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि घाना में होना सौभाग्य की बात है, यह एक ऐसी भूमि है जो लोकतंत्र की भावना को प्रसारित करती है. दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के प्रतिनिधि के रूप में मैं अपने साथ 1.4 बिलियन भारतीयों की सद्भावना और शुभकामनाएं लेकर आया हूं. हम घाना को ऐसे राष्ट्र के रूप में देखते हैं, जो साहस से चमकता है, जो सम्मान और शालीनता से हर चुनौती का सामना करता है.

उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि भारत अफ्रीका की विकास यात्रा में एक प्रतिबद्ध भागीदार बना हुआ है और एक उज्ज्वल भविष्य को सुरक्षित करने के लिए अफ्रीका के विकास ढांचे, एजेंडा 2063 का समर्थन करता है.

इससे पहले दिन में घाना के राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा ने प्रधानमंत्री मोदी को घाना के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना’ से सम्मानित किया. पीएम मोदी ने इस सम्मान को भारत के युवाओं की आकांक्षाओं, इसकी सांस्कृतिक परंपराओं और विविधता एवं घाना और भारत के बीच ऐतिहासिक संबंधों को समर्पित किया. यह पुरस्कार प्रधानमंत्री के सम्मान में आयोजित एक राजकीय भोज में दिया गया और यह किसी विदेशी देश द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को दिया गया 24वां अंतरराष्ट्रीय सम्मान था.

डीकेपी/एबीएम