कोचिंग सेंटर मालिक के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए : मृतक के परिजन

नई दिल्ली, 28 जुलाई . दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में डूबने से दो छात्राओं और एक छात्र की दर्दनाक मौत हो गई. तीनों दूसरे राज्यों से यहां आकर यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे थे.

छात्रों की मौत से उनके परिवार में मातम पसरा हुआ है. सभी को रोकर बुरा हाल हो रहा है. उत्तर प्रदेश के जिला अंबेडकर नगर की रहने वाली श्रेया यादव के चाचा धर्मेंद्र यादव ने इस घटना के लिए सिस्टम को जिम्मेदार ठहराया है.

उन्होंने को बताया, “मुझे हादसे की जानकारी रात 12 बजे न्यूज चैनलों के माध्यम से हुई. इसके बाद मैं घटना स्थल पर गया और जानकारी जुटाई. मुझे अधिकृत जानकारी न ही प्रशासन से मिली, न ही कोचिंग सेंटर की तरफ से मिली.” उन्होंने कहा कि न्यूज़ में पता चला कि पानी न जाने कहां से बेसमेंट में आ गया. पानी का बहाव इतना तेज था कि बच्चे उसमें संभल नहीं पा रहे थे.

यादव ने कहा, “पूरी लापरवाही कोचिंग सेंटर की है. इमारत का निर्माण उन्होंने कराया. उन्हें पता होना चाहिए कि पानी कहां से आ सकता है. पूरी जवाबदेही कोचिंग सेंटर की है.”

उन्होंने कोचिंग संचालक-संचालिका के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की. उन्होंने कहा, “मेरा पैतृक गांव अंबेडकर नगर जिला है. वहीं, श्रेया के माता-पिता रहते हैं. वे दिल्ली नहीं आ रहे हैं.”

तीनों छात्रों के शवों का पोस्टमार्टम दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल (आरएमएल) में किया जा रहा है. पोस्टमार्टम होने के बाद धर्मेंद्र यादव अपनी भतीजी का शव लेकर गांव के लिए रवाना होंगे.

डीकेएम/एकेजे