रांची, 18 अक्टूबर . झारखंड में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पुलिस और सुरक्षाबलों की ओर से चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन के दौरान शुक्रवार को पलामू में कारतूस का जखीरा और पुलिस से लूटी गई एक राइफल बरामद की गई. बरामद कारतूसों की संख्या 994 है और ये अमेरिका और सर्बिया की कंपनियों द्वारा बनाए गए हैं.
पलामू की एसपी रिष्मा रमेशन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि बरामद कारतूस और हथियार माओवादी नक्सलियों के हैं. माना जा रहा है कि नक्सलियों द्वारा इसका इस्तेमाल चुनावी प्रक्रिया के दौरान आतंक फैलाने और पुलिस एवं सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के लिए किया जाना था.
उन्होंने बताया कि बिहार की सीमा से सटे पलामू जिले के पिपरा थाना क्षेत्र में झरना पहाड़ के पास नक्सलियों द्वारा हथियार और गोली जमीन में गाड़ कर रखे जाने की गुप्त सूचना मिली थी. इसके आधार पर उन्होंने छतरपुर के एसडीपीओ अवध किशोर यादव, अंचल निरीक्षक द्वारिका राम, पिपरा थाना प्रभारी विमल कुमार की अगुवाई में ऑपरेशन के लिए टीम गठित की, जिसने सघन सर्च अभियान चलाकर पहाड़ की तराई के पास से एक प्लास्टिक के झोले में छिपाकर रखा पैकेट बरामद किया. उसमें 0.22 एमएम के 914 जिंदा कारतूस और 60 अन्य हथियारों के कारतूस मिले. उसी स्थान से प्वाइंट 303 मैगजीन एवं बोल्ट लगी राइफल भी बरामद की गई. यह राइफल संभवतः पुलिस से लूटी गई है.
एसपी ने कहा कि 0.22 एमएम की कारतूसों को संभवतः आईईडी एवं ग्रेनेड में इस्तेमाल करने के लिए इकट्ठा किया गया था, क्योंकि इसका रेंज शॉर्ट होता है. आईईडी एवं ग्रेनेड में इस्तेमाल करने से यह काफी घातक हो जाता है. जिस इलाके से यह बरामदगी हुई है, वहां 15 लाख का इनामी माओवादी नक्सली कमांडर नीतेश यादव उर्फ इरफान और उसका दस्ता सक्रिय है. सुरक्षा बल उनकी गिरफ्तारी के लिए भी सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं.
बता दें कि झारखंड में विधानसभा के चुनाव 13 एवं 20 नवंबर को दो चरणों में कराए जाने हैं. चुनावी प्रक्रिया के दौरान नक्सली बाधा न खड़ी कर पाएं, इसके लिए चुनाव आयोग के निर्देश पर फिलहाल पैरा मिलिट्री फोर्स की 100 कंपनियों की तैनाती की गई है.
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एसएनसी/एबीएम