बैंकॉक, 10 अगस्त . थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में चल रही अंडर-19 एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप में निशा (54 किग्रा) और मुस्कान (57 किग्रा) ने Sunday को स्वर्ण पदक जीतकर युवा महिला मुक्केबाजी में भारत के बढ़ते दबदबे को प्रदर्शित किया. पांच अन्य मुक्केबाजों ने रजत पदक जीते.
अंडर-19 स्पर्धा में भाग ले रही 10 महिला मुक्केबाजों में से नौ ने पदक जीते हैं. इसमें 2 स्वर्ण, 5 रजत और 2 कांस्य पदक शामिल हैं.
खिलाड़ियों की यह सफलता कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान और चीन जैसे देशों के साथ भारत को एक उभरती हुई शक्ति के रूप में प्रदर्शित करेगी.
निशा ने दिन के दूसरे मुकाबले में भारत के लिए स्वर्ण पदक का खाता खोला. उन्होंने तीसरे और अंतिम दौर में चीन की सिरुई यांग के खिलाफ अपना दबदबा बनाते हुए 4:1 से जीत दर्ज की.
इसके बाद मुस्कान ने भारत के लिए लगातार दूसरा स्वर्ण पदक जीता. उन्होंने कजाकिस्तान की अयाजान एर्मेक को 3:2 के विभाजित निर्णय से हराया.
अंडर-19 और अंडर-22 एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप एक साथ आयोजित की जा रही है. यह भारत के उभरते सितारों को एशिया के सबसे कठिन प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ अपने कौशल और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन करने का एक मंच प्रदान करती है.
भारत ने 40 मुक्केबाजों का एक मजबूत दल भेजा है. इसमें चैंपियन मुक्केबाजों के अलावा घरेलू सर्किट में अच्छा प्रदर्शन करने वाले मुक्केबाज भी शामिल हैं.
पुरुषों के फाइनल में तीन और मुक्केबाज Sunday को ही मैदान में उतरेंगे. अंडर-22 वर्ग में भी भारत के 13 पदक पक्के हैं, जिसमें पांच मुक्केबाज Monday को स्वर्ण पदक के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे.
Sunday को स्वर्ण पदक के लिए प्रतिस्पर्धा करने वाली अन्य भारतीय महिलाओं में, विनी 60 किग्रा के फाइनल में उज्बेकिस्तान की सेवारा मामातोवा से हार गईं.
उच्च भार वर्गों में, आरती कुमारी (75 किग्रा) चीन की टोंगटोंग गु से हार गईं. कृतिका वासन (80 किग्रा) को कजाकिस्तान की कुराले येगिनबाइकजी और पारची टोकस (80+ किग्रा) को उज्बेकिस्तान की सोबिराखोन शाखोबिदीनोवा के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा.
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पीएके/