‘काकोरी कांड’ के सौ साल, पीएम मोदी और सीएम योगी ने क्रांतिकारियों को किया याद

New Delhi, 9 अगस्त . Prime Minister Narendra Modi ने Saturday को काकोरी कांड की 100वीं वर्षगांठ के अवसर पर इस घटना में भाग लेने वाले भारतीयों की वीरता और देशभक्ति को श्रद्धांजलि अर्पित की.

Prime Minister मोदी ने कहा कि सौ साल पहले काकोरी में देशभक्त भारतीयों द्वारा दिखाए गए साहस ने औपनिवेशिक शासन के खिलाफ लोगों में आक्रोश को पैदा किया. उनकी बहादुरी को India के लोग हमेशा याद रखेंगे.

पीएम मोदी ने social media प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “आज ही के दिन सौ साल पहले काकोरी में देशभक्त भारतीयों द्वारा दिखाए गए साहस ने औपनिवेशिक शासन के विरुद्ध लोगों के आक्रोश को उजागर किया था. वे इस बात से नाराज थे कि किस तरह जनता के पैसे का इस्तेमाल औपनिवेशिक शोषण को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा था. उनकी वीरता को India के लोग हमेशा याद रखेंगे. हम एक मजबूत और समृद्ध India के उनके सपनों को साकार करने के लिए काम करते रहेंगे.”

वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक्स पोस्ट पर लिखा, “ब्रिटिश शासन की चूलें हिला देने वाले ‘काकोरी रेल एक्शन’ की वर्षगांठ पर सभी अमर क्रांतिवीरों को शत-शत नमन. मां भारती के सपूतों की यह शौर्य गाथा देश वासियों के लिए प्रेरणापुंज है. इन वीरों का त्याग, साहस और राष्ट्रप्रेम सदैव हमारे हृदयों को ‘राष्ट्र प्रथम’ की भावना से कार्य करने की प्रेरणा देता रहेगा.”

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की एक महत्वपूर्ण घटना, काकोरी कांड, 9 अगस्त 1925 को उत्तर प्रदेश के Lucknow के निकट ‘काकोरी रेलवे स्टेशन’ के पास घटी थी. इस कांड ने केवल अंग्रेजी हुकूमत को हिलाकर रख दिया, बल्कि देश के युवाओं में स्वतंत्रता की ललक को भी जगाया.

‘काकोरी कांड’ का उद्देश्य ब्रिटिश शासन के खिलाफ हथियार खरीदने के लिए धन जुटाना और उनकी सत्ता को चुनौती देना था. ‘काकोरी कांड’ की योजना हिन्दुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन (एचआरए) के क्रांतिकारियों ने बनाई थी, जिसकी स्थापना 1924 में सशस्त्र क्रांति के माध्यम से India को स्वतंत्र कराने के लिए की गई थी.

इस संगठन के प्रमुख नेताओं में पंडित राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां, चंद्रशेखर आजाद, राजेंद्र लाहिड़ी, ठाकुर रोशन सिंह, शचीन्द्रनाथ बख्शी, केशव चक्रवर्ती, मुरारी लाल खन्ना, बनवारी लाल और मन्मथनाथ गुप्ता शामिल थे.

एकेएस/केआर