New Delhi, 8 अगस्त . New Delhi, 8 अगस्त . Lok Sabha में Friday को प्रश्नकाल के दौरान विपक्षी सदस्यों के लगातार हंगामे के कारण दोपहर 12 बजे तक के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी गई.
Lok Sabha की कार्यवाही शुरू होते ही स्पीकर ओम बिरला ने पूर्व राज्यपाल और वरिष्ठ नेता सतपाल मलिक के निधन की घोषणा की. सभी दलों के सदस्यों ने मौन धारण कर उनकी जनसेवा को श्रद्धांजलि अर्पित की.
सदन ने ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ की 83वीं वर्षगांठ भी मनाई, जिसे पूरा देश Saturday को मनाएगा. सदन ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को इस आंदोलन के लिए राष्ट्र को प्रेरित करने, तत्काल स्वतंत्रता के उनके आह्वान के लिए याद किया और भारत की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि दी.
हालांकि, प्रश्नकाल शुरू होते ही माहौल जल्दी ही अशांत हो गया.
विपक्षी सांसदों ने ‘वी वांट जस्टिस’ और ‘वोट की चोरी बंद करो’ जैसे नारे लगाए, जिसके बाद सत्र में व्यवधान हुआ.
ओम बिरला ने बार-बार सांसदों से शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि पूरा देश आपको देख रहा है. आप हर दिन कार्यवाही बाधित करने के लिए जिम्मेदार हैं.
हंगामे के बीच, कई सांसदों ने अपने क्षेत्र की समस्याएं उठाने की कोशिश की. कालीचरण सिंह (बीजेपी, चतरा) और राजेश मिश्रा (बीजेपी, सिद्धि) ने सरकार से डॉक्टरों की भारी कमी और स्वास्थ्य सुविधाओं की खामियों पर सवाल उठाए.
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने जवाब देने की कोशिश की, लेकिन हंगामे के कारण उनकी बातें साफ सुनाई नहीं दीं.
उत्तर प्रदेश के खीरी से सपा सांसद उत्कर्ष वर्मा ने रासायनिक और उर्वरक मंत्री जगत प्रकाश नड्डा से उत्तर प्रदेश में उर्वरक आपूर्ति के बारे में सवाल किया.
पंजाब के बठिंडा से शिरोमणि अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने पंजाब में डीएपी उर्वरक की कमी का मुद्दा उठाया.
अन्य सांसदों, जैसे अमलापुरम से टीडीपी के हरीश बालयोगी, जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, और नरसारोपेट से टीडीपी के लवु श्री कृष्ण देवरायलु ने आयुष मंत्री प्रताप राव गणपत राव जाधव से स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों पर बात करने की कोशिश की.
लेकिन बढ़ते हंगामे के कारण Lok Sabha अध्यक्ष बिरला को सदन की कार्यवाही दोपहर तक के लिए स्थगित करनी पड़ी, जिससे मानसून सत्र में एक और दिन बाधित रहा.
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पीएसके