बैंकॉक, 6 अगस्त . नीरज (पुरुष, 75 किलोग्राम) और ईशान कटारिया (पुरुष, 90+ किलोग्राम), यात्री पटेल (महिला, 57 किलोग्राम), प्रिया (महिला, 60 किलोग्राम) ने Wednesday को बैंकॉक में ‘अंडर-22 एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2025’ में अपने-अपने भार वर्ग के फाइनल में प्रवेश किया.
नीरज ने अपनी स्पीड और काउंटर अटैक का फायदा उठाते हुए दक्षिण कोरिया के क्योंघो बैंग को 5-0 से हराकर फाइनल में जगह बनाई.
इसके बाद ईशान कटारिया भी फाइनल में पहुंचे, जहां उन्होंने अपने लंबे कद और दमदार मुक्कों के साथ चीन के चेन चेन पर दबदबा बनाया. आलम यह रहा कि चीनी मुक्केबाज को बुरी तरह पिटता देखकर रेफरी को तीसरे राउंड में मुकाबला रोकना पड़ा.
यात्री पटेल फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला मुक्केबाज बनीं. उन्होंने लेफ्ट-राइट पंच के कॉम्बिनेशन का बेहतरीन इस्तेमाल करते हुए वियतनाम की थी नुंग क्वांड को 57 किलोग्राम वर्ग के सेमीफाइनल में 5:0 के सर्वसम्मत फैसले से हराया. कुछ मिनट बाद, प्रिया ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए उज्बेकिस्तान की ओडिनाखोन इस्मोइलोवा को शिकस्त देकर महिलाओं के 60 किलोग्राम वर्ग के फाइनल में प्रवेश किया.
अंडर-19 और अंडर-22 एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप का आयोजन एक साथ हो रहा है. भारत ने इन दोनों आयु वर्गों में कुल 40 मुक्केबाजों को उतारा है, जिसमें घरेलू स्तर पर प्रभावित करने वाली युवा प्रतिभाओं और अनुभवी चैंपियंस का बेहतरीन संयोजन देखने को मिल रहा है.
सेमीफाइनल में पहुंचे चार अन्य भारतीय मुक्केबाजों में रॉकी चौधरी दुर्भाग्यशाली रहे. उन्हें ईरान के सैम एस्ताकी के खिलाफ बाउट में दोनों भौहों पर कट लगा. इसके चलते रेफरी ने उन्हें दूसरे राउंड में मुकाबला जारी रखने की अनुमति नहीं दी.
वहीं, हर्ष (60 किलोग्राम) और मयूर (90 किलोग्राम) ने अपने-अपने मुकाबलों में पूरा दमखम दिखाया, लेकिन जजों के विभाजित फैसले में उन्हें हार का सामना करना पड़ा. हर्ष को उज्बेकिस्तान के शोहरूह अब्दुमालिकोव से 1:4 से हार मिली, जबकि मयूर को उसी देश के शखजोद पोल्वोनोव के हाथों हार का सामना करना पड़ा.
अन्य भारतीय मुक्केबाज अंकुश को कजाकिस्तान के सानझर-अली बेगालियेव के खिलाफ 0:5 से हार झेलनी पड़ी. हालांकि, यह चारों मुक्केबाज कांस्य पदक के साथ देश लौटेंगे.
भावना शर्मा अपनी क्वार्टरफाइनल की फॉर्म को दोहरा नहीं सकीं. उन्हें महिलाओं के 48 किलोग्राम भारवर्ग में उज्बेकिस्तान की रोबियाखोन बख्तियोरोवा से 1:4 से हार का सामना करना पड़ा. उनके अलावा पार्थवी ग्रेवाल (60 किलोग्राम), प्रांजल यादव (65 किलोग्राम) और श्रुति (75 किलोग्राम) भी अपने-अपने सेमीफाइनल मुकाबले हार गईं. उन्होंने कांस्य पदक के साथ प्रतियोगिता का समापन किया.
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आरएसजी