काबुल, 5 अगस्त . Pakistan में रह रहे हजारो अफगान नागरिकों के लिए बड़ा संकट खड़ा हो गया है. हाल ही में Pakistan ने अफगान शरणार्थियों को दिए पंजीकरण प्रमाण (पीओआर) कार्ड रद्द कर दिए हैं, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है और जबरन Pakistan से बाहर निकाला जा रहा है. स्थानीय मीडिया ने यह जानकारी दी है.
Pakistanी अधिकारियों द्वारा अफगान शरणार्थियों की गिरफ्तारी और निर्वासन ने प्रवासियों के बीच चिंताएं बढ़ा दी हैं. स्थिति को संभालने के लिए अफगानिस्तान और Pakistan की Governmentों के बीच बातचीत की मांग तेज हो गई है.
अफगान मीडिया आउटलेट टोलो न्यूज ने Tuesday को Pakistan में एक अफगान प्रवासी शबाना के हवाले से कहा, “उम्मीद थी कि पीओआर कार्ड रखने वाले अफगान प्रवासियों को कम से कम छह महीने की मोहलत दी जाएगी, लेकिन दुर्भाग्य से, Pakistan के एकतरफा फैसले के कारण अफगान प्रवासियों पर लगातार कार्रवाई हो रही है.”
एक अन्य अफगान प्रवासी ने कहा कि Pakistanी Government ने अपना पुराना फैसला बदल दिया है और अब अफ़गान प्रवासियों की वापसी के लिए एक योजना बनाकर उसे लागू कर रही है.
इस्लामाबाद स्थित अफगानिस्तान दूतावास ने घोषणा की है कि पिछले तीन दिनों में रावलपिंडी और इस्लामाबाद में कम से कम 800 अफगान नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें से 380 लोगों को वैध शरणार्थी दस्तावेज होने के बावजूद जबरन निर्वासित कर दिया गया.
दूतावास ने कहा कि यह कदम एकतरफा उठाया गया, जिसमें अफगान Government, संयुक्त राष्ट्र या यूएनएचसीआर का कोई समन्वय नहीं था.
इस्लामाबाद स्थित अफगान दूतावास की प्रवासन मामलों की उर्सुला हक्कयार ने कहा, “हमारे कार्यालय से मिली रिपोर्टों के आधार पर, Pakistanी सेना ने 800 अफगान प्रवासियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से 380 के पास वैध कार्ड थे, लेकिन फिर भी उन्हें निर्वासित कर दिया गया.”
प्रवासी अधिकार कार्यकर्ता मोहम्मद खान मोहम्मदजई ने कहा, “ऐसी परिस्थितियों में, प्रवासियों, खासकर जिनके पास कानूनी दस्तावेज हैं, के अधिकारों की रक्षा करना वर्तमान अफगान Government और अंतरराष्ट्रीय संगठनों, दोनों की जिम्मेदारी है.”
इससे पहले, अफगानिस्तान के शरणार्थी और प्रत्यावर्तन मंत्रालय के एक उप मंत्री ने जोर देकर कहा था कि पड़ोसी देशों से अफगान प्रवासियों का जबरन निर्वासन अंतरराष्ट्रीय और इस्लामी कानून, दोनों का उल्लंघन है. उन्होंने मेजबान देशों से प्रवासियों के अधिकारों के सम्मान का आग्रह किया था.
31 जुलाई को जारी संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त की रिपोर्ट में कहा गया कि सितंबर 2023 से अब तक लगभग 12 लाख अफगान Pakistan से लौटे हैं. रिपोर्ट में, यूएनएचसीआर ने उल्लेख किया कि लौटने वाले कई अफगानों को गंभीर परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है.
एजेंसी ने कहा कि अकेले 2025 में 3,15,000 से ज्यादा अफगान अफगानिस्तान वापस आए, जिनमें 51,000 ऐसे थे जिन्हें Pakistanी अधिकारियों ने जबरन निर्वासित कर दिया था.
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पीएके/एएस