पाकिस्तान में मूसलाधार बारिश से 140 बच्चों समेत 299 लोगों की मौत

इस्लामाबाद, 4 अगस्त . पाकिस्तान में मानसून के दौरान मूसलाधार बारिश ने कहर बरपाया है. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) की ओर से हाल में जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, 26 जून से अब तक 140 बच्चों सहित कम से कम 299 लोगों की जान चली गई है और 715 अन्य घायल हो गए हैं.

स्थानीय मीडिया के अनुसार, Monday को बारिश से जुड़ी घटनाओं में 715 अन्य लोग घायल हुए हैं, जिनमें 239 बच्चे, 204 महिलाएं और 272 पुरुष शामिल हैं.

इस बीच, अचानक आई बाढ़ और भारी बारिश में कुल 1,676 घर क्षतिग्रस्त हो गए और 428 पशुधन मारे गए. इस बाढ़ ने कई क्षेत्रों में व्यापक तबाही मचाई है और स्थानीय समुदायों को भारी नुकसान पहुंचाया है.

पाकिस्तानी दैनिक समाचार पत्र द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (पीएमडी) ने देश के ऊपरी और मध्य क्षेत्रों में बारिश का दौर जारी रहने का अनुमान लगाया है.

Monday को कमजोर मानसूनी हवाओं के तेज होने और Tuesday को तेज पश्चिमी लहरें आने की संभावना है.

पीएमडी के राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के अनुसार, Thursday तक पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके), पाकिस्तान के कब्जे वाले गिलगित-बाल्टिस्तान (पीओजीबी), खैबर-पख्तूनख्वा (के-पी), पंजाब और इस्लामाबाद में गरज के साथ भारी बारिश होने की संभावना है.

विभाग ने यह भी बताया, “आने वाले सप्ताह में हवा के साथ गरज-चमक के साथ और बारिश का अनुमान है. कमजोर मानसूनी हवाएं देश के ऊपरी/मध्य भागों में लगातार बनी हुई हैं और 4 अगस्त से इनके तेज होने की संभावना है. 5 अगस्त को एक पश्चिमी विक्षोभ के मजबूत होने की संभावना है.”

विभाग ने 6 अगस्त को उत्तर-पूर्वी बलूचिस्तान के कई हिस्सों में बारिश और तूफान का पूर्वानुमान लगाया है, साथ ही चेतावनी दी है कि निचले इलाकों में बाढ़ आ सकती है और नागरिकों से आवश्यक सावधानी बरतने का आग्रह किया है.

मौसम विभाग ने कहा, “सभी संबंधित संस्थानों को सतर्क रहने और अग्रिम उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं.”

मौसम विभाग ने आगाह किया कि भारी बारिश से चित्राल, दीर, स्वात, शांगला, मानसेहरा, कोहिस्तान, एबटाबाद, बुनेर, चारसद्दा, नौशेरा, स्वाबी, मर्दन, मुर्री, गलियात, रावलपिंडी, उत्तर-पूर्वी पंजाब और पीओके सहित कई क्षेत्रों के स्थानीय नालों में अचानक बाढ़ आ सकती है.

इस सप्ताह के दौरान इस्लामाबाद और रावलपिंडी, गुजरांवाला, लाहौर और सियालकोट के निचले इलाकों में संभावित शहरी बाढ़ का असर पड़ सकता है.

डीकेएम/एएस