लखनऊ, 4 अगस्त . सावन के चौथे और अंतिम Monday को उत्तर प्रदेश के शिव मंदिरों में आस्था का अप्रतिम उत्सव देखने को मिला. भोर से ही लखनऊ, बनारस, कानपुर, बाराबंकी, गोंडा, लखीमपुर समेत राज्य भर के प्रमुख शिवालयों में श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लग गईं. रुक-रुक कर हो रही बारिश भी भक्तों की भक्ति में बाधा नहीं बन सकी.
कंधे पर कांवड़, हाथों में पूजा की थाली और होंठों पर ‘हर हर महादेव’ के उद्घोष के साथ भक्तों ने भगवान शिव का जलाभिषेक कर मंगलकामनाएं कीं. प्रशासन की ओर से सुरक्षा और व्यवस्था के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. राज्य के कई जिलों में रुक-रुक कर बारिश होती रही, लेकिन भोलेनाथ के भक्तों की आस्था पर कोई असर नहीं हो रहा है. रेनकोट और छाता लेकर श्रद्धालु सुबह से ही मंदिरों में दर्शन-पूजन और जलाभिषेक के लिए पहुंच रहे हैं.
भक्तों ने सुगंधित पुष्प, बेलपत्र, भांग, धतूरा, शमी पत्र, दूध, दही और मिष्ठान अर्पित कर भोलेनाथ से अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति की प्रार्थना की. बनारस में श्री काशी विश्वनाथ धाम में काशी पुराधिपति बाबा विश्वनाथ का रुद्राक्ष श्रृंगार किया गया है. बाबा के दर्शन के लिए कतार में लगे लोगों पर पुष्प वर्षा की गई. राजधानी लखनऊ के प्रसिद्ध मनकामेश्वर मंदिर में सुबह से ही भक्तों की लंबी कतारें देखी जा रही है. श्रद्धालु जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक और विशेष पूजन कर भोलेनाथ से अपनी मनोकामनाएं पूर्ण होने की प्रार्थना करते नजर आए.
वहीं प्रयागराज में सोमेश्वर महादेव, मनकामेश्वर, नागवासुकी, तक्षक तीर्थ, पड़िला महादेव और दशाश्वमेध मंदिर जैसे प्रमुख शिवालयों में हजारों श्रद्धालु कतार में दर्शन के लिए लगे हैं. प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. बोल बम और हर हर महादेव के जयघोष से मंदिर गूंज रहे हैं. कानपुर के परमट मंदिर में श्रद्धालुओं ने आस्था और उल्लास के साथ भगवान शिव का जलाभिषेक किया. भक्तों ने परिवार और समाज में सुख-शांति एवं समृद्धि की कामना की. गोंडा जिले में आज सभी प्रमुख और पौराणिक शिव मंदिरों में लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे है भक्त बम-भोले के जयकारों के साथ देर रात से ही कतारों में लगकर जलाभिषेक कर रहे हैं. गोंडा जिला प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम किए हैं. ड्रोन कैमरे से निगरानी रखी जा रही है.
बाराबंकी के रामनगर स्थित प्राचीन लोधेश्वर महादेव धाम में सावन के अंतिम Monday पर आस्था का अद्भुत नजारा देखने को मिला. यहां Sunday रात से ही शिवभक्तों का जनसैलाब इस ऐतिहासिक धाम में उमड़ पड़ा. कांवड़िए नंगे पैर, कंधे पर कांवड़ रखकर दूर-दराज से पैदल यात्रा कर लोधेश्वर पहुंचे. उन्होंने जलाभिषेक कर भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त किया. लखीमपुर खीरी के गोला गोकर्णनाथ में सावन के चौथे Monday में भक्तों की देखने को मिल रही है. हर हर बोल बम की गूंज से मंदिर गूंजायमान हो रहा है. गोला गोकर्णनाथ को छोटी काशी भी कहा जाता है. मान्यता है कि यहां सच्चे मन से प्रार्थना करने और गंगा जल चढ़ाने पर भोले बाबा की कृपा बरसती है और मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
ज्ञात हो आखिरी Monday को लेकर राज्य के विभिन्न शिव मंदिरों में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात है. अधिक भीड़ वाले इलाके पर ड्रोन से निगरानी की जा रही है. सीसीटीवी से भी देखरेख की जा रही है.
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विकेटी/एएस