इंदौर में अपराधियों की जमानत निरस्त कराने पर पुलिस का जोर

इंदौर, 2 अगस्त . Madhya Pradesh की व्यापारिक नगरी इंदौर में आपराधिक गतिविधियों को रोकने के मकसद से Police की यही कोशिश है कि जेल में बंद आरोपियों को जमानत न मिले. इसी क्रम में लसूड़िया थाना क्षेत्र के 13 आरोपियों की जमानत निरस्त कराई गई और उनमें से छह को वापस जेल भेजा गया.

इंदौर में Police लगातार एक तरफ जहां रात के समय शराब पीकर वाहन चलाने वाले और आपराधिक वारदातों को अंजाम देने वालों पर लगाम कसने में लगी है, तो दूसरी तरफ उसने अपराधियों को जेल की सींखचों के पीछे ही रखने के इंतजाम करने की कोशिश तेज की है.

इसी कड़ी में इंदौर के बाणगंगा Police ने एक साथ 13 आरोपियों की जमानत निरस्त करवा कर उनमें से छह बदमाशों को वापस जेल भेज दिया है. ये वे आरोपी हैं जो लगातार आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे थे. उसी के चलते Police ने इस तरह का कदम उठाया है.

वहीं, अन्य पांच को भी जेल भेजने की Police तैयारी कर रही है. एडीशनल डीसीपी राजेश दंडौतिया ने बताया है कि वे अपराधी जो जेल जाते है और वापस आने पर बार-बार अपराधों को अंजाम देते है, उनकी जमानत निरस्त कराई जा रही है. डीसीपी अजय चौधरी के द्वारा कुल 24 प्रकरण चिन्हित किए गए थे. इनकी जमानत निरस्त कराने की प्रक्रिया की गई. इसके लिए न्यायालय में आवेदन भी किया गया. उनमें से 13 प्रकरण का निराकरण हो गया है और उनकी जमानत निरस्त हो गई है. इनमें से छह आरोपियों को जेल भी भेज दिया गया है.

उन्होंने आगे बताया है कि वहीं जमानत निरस्तीकरण के 11 प्रकरण न्यायालय में सुनवाई हेतु नियत है. इन मामलों में भी जमानत निरस्त कराने के प्रयास Police की ओर से किए जाएंगे. ये वे अपराधी हैं जो जेल से बार-बार छूटकर आने पर अपराधों को अंजाम देते हैं. बताया गया है कि जिस तरह से बाणगंगा Police ने एक साथ 13 बदमाशों की जमानत निरस्त करवाई है, उसी तरह की कार्रवाई अन्य थाना क्षेत्र में भी की जा सकती है. इंदौर Police कमिश्नर के द्वारा प्रत्येक थाना प्रभारी को यह निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने थाना क्षेत्र के बदमाशों की सूची तैयार करें, उनकी गतिविधियों पर नजर रखें.

एसएनपी/एएस