New Delhi, 1 अगस्त . छत्तीसगढ़ के दुर्ग से धर्मांतरण और मानव तस्करी के आरोप में दो ननों की गिरफ्तारी पर कांग्रेस की राज्यसभा सांसद जेबी माथेर ने अपनी पार्टी के प्रयासों को रेखांकित किया. उन्होंने समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा कि कांग्रेस पहले दिन से ही इस प्रयास में लगी हुई है कि कैसे भी उन दोनों ननों को सलाखों से बाहर निकाला जाए. हमारी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल Thursday को उन ननों से मिलने गया था और आज भी जाएगा; प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा मैं भी हूं.
उन्होंने ननों की गिरफ्तारी को भारत की धर्मनिरपेक्षता पर हमला बताया और कहा कि हम सभी लोग इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि कब इन दोनों ननों को जेल से रिहा किया जाए. निश्चित तौर पर इन दोनों ननों की गिरफ्तारी दुर्भाग्यपूर्ण है, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है. जिन दो ननों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, उन्होंने लोगों की सेवा के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया. इन ननों ने अपने जीवन में मानव सेवा का रास्ता चुना. लेकिन, अफसोस, लोगों की सेवा करने वाले ये लोग आज की तारीख में सलाखों के पीछे हैं.
राज्यसभा सांसद ने दोनों ननों पर मानव तस्करी के आरोपों को सिरे से खारिज किया और कहा कि भाजपा ने उन पर झूठे आरोप लगाए हैं. दुर्भाग्य की बात है कि उन पर मानव तस्करी के भी आरोप लगाए गए हैं, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है. क्या हमारे समाज में गरीबों की सेवा करना, उनके कल्याण की दिशा में काम करना, उनके हित के बारे में सोचना गुनाह है? आखिर किस आधार पर इस तरह के झूठे आरोप नन पर लगाए गए हैं?
उन्होंने कहा कि सदियों से ईसाई समुदाय के लोग मानव सेवा के रूप में राष्ट्र की सेवा कर रहे हैं. हमारे समुदाय के लोगों ने गरीब और वंचित तबके के लोगों को शिक्षित करने के लिए कई स्कूलों की स्थापना की. इसके अलावा, कई अस्पतालों की भी स्थापना की, ताकि कोई उपचार से वंचित नहीं रहे. ईसाई समुदाय ने हमेशा से ही समाज कल्याण पर जोर दिया. हमारे समुदाय के लिए हमेशा से ही समाज का कल्याण सर्वोपरि रहा.
उन्होंने कहा कि किसी एजेंडे के तहत लगातार ईसाई समुदाय के लोगों को परेशान किया जा रहा है, उन्हें निशाना बनाया जा रहा है. जिस तरह से ननों को गिरफ्तार किया गया है, वह पूरी तरह से अन्याय है; उन्हें तुरंत रिहा करना चाहिए.
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एसएचके/केआर