मुस्लिम महिलाओं ने पीएम के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ थीम पर बनाई राखी

वाराणसी, 30 जुलाई . रक्षाबंधन का पर्व नजदीक है और देशभर में बहनों ने भाइयों के लिए राखी भेजने की तैयारियां शुरू कर दी है. इसी क्रम में काशी की मुस्लिम महिलाओं ने Prime Minister Narendra Modi के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ थीम पर विशेष राखी बनाई है.

मुस्लिम महिला फाउंडेशन के बैनर तले मुस्लिम और हिंदू बहनों ने मिलकर ये राखियां खुद अपने हाथों से तैयार की. हालांकि पीएम मोदी को राखी भेजने की यह परंपरा नई नहीं है, बीते कई वर्षों से रक्षाबंधन के मौके पर मुस्लिम महिलाएं पीएम मोदी को राखी भेजती रही हैं.

इस बार बहनें राखियों के साथ Prime Minister को तीन तलाक कानून खत्म करने और ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के लिए धन्यवाद पत्र भी भेजेंगी. उनका मानना है कि इन प्रयासों ने मुस्लिम महिलाओं को एक नई सामाजिक पहचान और सम्मान दिलाया है.

मुस्लिम महिला फाउंडेशन नाजनीन अंसारी ने से बातचीत में कहा कि रक्षाबंधन के अवसर पर हम सब मिलकर राखी बना रहे हैं. यह राखी पीएम मोदी को भेजी जाएगी. पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर को सफल बनाया और देश की बेटियों के स्‍वाभिमान की रक्षा की है. सिंदूर देश की बेटियों का सम्‍मान होता है. एक भाई ही समझ सकता है कि उसकी बहन के सिंदूर की कीमत क्‍या होती है. पीएम मोदी ने एक बड़े भाई की तरह सिंदूर की कीमत समझी और ऑपरेशन सिंदूर को सफल बनाया. पीएम के नेतृत्‍व में भारतीय सेना ने पाकिस्‍तान को कड़ा सबक सिखाया. पीएम मोदी ने तीन तलाक से मुस्लिम महिलाओं को निजात दिलाई, उनके दर्द को समझा. बिना किसी वोट बैंक की चिंता किए उन्‍होंने मुसलमान बहनों के सिर पर अपना हाथ रखा.

फाउंडेशन की सदस्‍य नजमा परवीन ने बताया कि हम लोग एकता का संदेश दे रहे हैं. साथ ही साथ आपसी भाईचारे का संदेश दे रहे हैं. हिंदू और मुस्लिम बहनें यहां मिलकर राखी बना रही हैं और देश के यशस्‍वी Prime Minister Narendra Modi को यह राखी भेजी जाएगी. उम्‍मीद है कि पीएम इस राखी को अपने हाथों में बांधेंगे. उन्‍होंने जिस तरह से ऑपरेशन सिंदूर के जरिए हम बहनों की इज्‍जत रखी, इसके लिए हम बहुत शुक्रगुजार हैं. पीएम मोदी ने हर मोड़ पर India की बेटियों का साथ दिया है.

खुर्शीद बानो ने कहा कि हम सब मुस्लिम और हिंदू बहनें आज पीएम मोदी के लिए राखी बना रहे हैं. यहां पर बहुत खुशी का माहौल है. हर साल हम सब अपने हाथों से बनाई गई राखी पीएम मोदी को भेजते हैं.

एएसएच/जीकेटी