Mumbai , 30 जुलाई . भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक राम कदम ने Wednesday को कांग्रेस पार्टी और इसके नेताओं पर तीखा हमला बोला. उन्होंने समाचार एजेंसी से बातचीत में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और ‘ऑपरेशन महादेव’ जैसे सैन्य अभियानों पर कांग्रेस की आलोचना को देश का अपमान बताया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है, लेकिन कांग्रेस और इसके नेता राहुल गांधी लगातार देश विरोधी रुख अपना रहे हैं. कांग्रेस की कुछ टिप्पणियां ऐसी हैं जो पाकिस्तान में बैठे आतंकवादियों के आकाओं की स्क्रिप्ट जैसी लगती हैं.
राम कदम ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की सैन्य ताकत है और आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का प्रतीक भी है. इस हमले में 26 नागरिकों की जान गई थी, जिनमें कई माताएं और बहनें अपने परिवार वालों को खो चुकी थीं. पहलगाम में आतंकियों ने धर्म पूछकर माताओं-बहनों का सिंदूर मिटाने की कोशिश की और ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने उनके घर में घुसकर आतंकियों को मार गिराया. फिर भी कांग्रेस को इस पर आपत्ति है. यह समझ से परे है कि वे इस अभियान का विरोध क्यों कर रहे हैं.
उन्होंने ऑपरेशन महादेव पर भी कांग्रेस की आपत्ति को गलत ठहराया और कहा, “श्रावण मास में, जब हम भगवान महादेव की पूजा करते हैं, जो दुष्टों का संहार करते हैं, तब ऑपरेशन महादेव का नामकरण हुआ. राहुल गांधी, जो खुद जनेऊ धारण कर महादेव मंदिर जाते हैं, उन्हें इस शब्द पर आपत्ति क्यों है? यह देश की सेना और जनता का अपमान है.”
राम कदम ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी टिप्पणियां और सवाल देश की सेना और सरकार के प्रयासों को कमजोर करते हैं. राहुल गांधी बार-बार ऐसी बातें कह रहे हैं जो पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के आकाओं की स्क्रिप्ट जैसी लगती हैं. भारत की धरती पर रहते हुए, यहां का खाना खाते हुए, सम्मान पाते हुए, वे दुश्मन मुल्क की तारीफ क्यों कर रहे हैं? यह देश के साथ गद्दारी है. प्रधानमंत्री मोदी ने संसद में ऑपरेशन सिंदूर के बारे में पूरी जानकारी दी और स्पष्ट किया कि यह अभियान पूरी तरह से भारत की मर्जी से शुरू और खत्म हुआ. पीएम मोदी ने साफ किया कि किसी विदेशी नेता ने भारत को युद्ध रोकने के लिए नहीं कहा. फिर भी कांग्रेस के कुछ नेता जानबूझकर भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं.
राम कदम ने कांग्रेस के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की विदेश नीति पर भी सवाल उठाए और कहा कि नेहरू की नीतियों के कारण ही भारत को कई समस्याओं का सामना करना पड़ा, जैसे कि अक्साई चिन और पीओके का मुद्दा. पीएम मोदी ने संसद में ऐतिहासिक तथ्य रखे, जो शत-प्रतिशत सच हैं. कांग्रेस नेताओं को भारत की विदेश नीति की किताबें पढ़नी चाहिए.
राम कदम ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद वैश्विक मंचों पर भारत का पक्ष रखने वाले सांसदों की तारीफ की. उन्होंने विशेष रूप से कांग्रेस सांसद शशि थरूर और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की सुप्रिया सुले का जिक्र किया और कहा, “थरूर और सुले ने वैश्विक मंच पर भारत की बात को मजबूती से रखा. उन्होंने दिखाया कि देश की सीमाओं के बाहर दलगत राजनीति से ऊपर उठकर मां भारती के हितों की रक्षा की जानी चाहिए. राहुल गांधी को इनसे कुछ सीखना चाहिए.
राम कदम ने कांग्रेस की एक सांसद द्वारा पहलगाम हमले को “तमाशा” कहने पर कड़ा विरोध जताया और कहा, “पहलगाम में 26 लोग मारे गए, माताएं-बहनें विधवा हुईं, बच्चे अनाथ हुए. इसे तमाशा कहना न केवल उन पीड़ितों का अपमान है, बल्कि भारतीय सेना और पूरे देश का अपमान है.”
उन्होंने कहा, “अब गोली का जवाब गोली से दिया जाता है. अगर कोई भारत की धरती पर आतंकी हमला करता है, तो उसका जवाब उसके घर में घुसकर दिया जाता है. यह नया भारत है, जो न तो पाकिस्तान से डरता है और न ही चीन से.”
राम कदम ने विपक्ष से अपील की कि वह देश की सेना और सरकार के साथ एकजुटता दिखाए और कहा, “विपक्ष का व्यवहार ऐसा नहीं होना चाहिए जिससे पाकिस्तान में बैठे आतंकियों को खुशी मिले. हमारे जवानों पर भरोसा रखें और देश की एकता को मजबूत करें.”
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एसएचके/डीएससी